Bihar Vegetable Price: बारिश ने बढ़ाए सब्जियों के ‘भाव’, 500 रुपये में भी नहीं भर रहा झोला
औरंगाबाद में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं जिससे गरीबों की थाली से सब्जी दूर हो गई है। बारिश के कारण स्थानीय आवक कम होने से कीमतें बढ़ी हैं। बीन्स 160 रुपये किलो तक बिक रहा है और टमाटर भी महंगा हो गया है। एक दर्जन से अधिक सब्जियों ने शतक लगाया है जिससे लोगों को सब्जी खरीदने में परेशानी हो रही है।

जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। सब्जियों का दाम आसमान छू रहे हैं। महंगाई का असर यहां दिख रहा है। लगातार हो रही वर्षा के कारण लोकल सब्जियों के आवक कम हुए हैं। 15 दिन पहले तक जिस सब्जी की कीमत 20 से 25 रुपये किलो थी उसकी कीमत 50 से 60 रुपये किलो हो गई है। सब्जियों के दाम लगातार बढ़ रहे है। गरीबों की थाली से सब्जी दूर हो गया है।
बीते 15 से 20 दिनों में सब्जियों के दाम में 20 से 30 प्रतिशत का उछाल आया है। बाजार में सब्जी बेच रहे राहुल मेहता, प्रवीण कुमार एवं मो. इस्लाम ने बताया कि सबसे अधिक बींस के दाम हैं। 160 रुपये किलो बिक रहा है। टमाटर ऐसे तो हाइब्रिड वाला 25 रुपये किलो बिक रहा है परंतु बेहतर क्वालिटी के टमाटर की कीमत 40 रुपये किलो रहा। धनिया पत्ता 150 रुपये किलो है। हरी मिर्च 100, शिमला 120, सेम 120, फूलगोभी 100 रुपये किलो बिक रहा है।
सब्जियों ने अपने दाम का शतक लगाया
एक दर्जन से अधिक सब्जियों ने अपने दाम का शतक लगाया है। गोल वाला बैंगन 60 रुपये किलो है। बाजार में सब्जी खरीद रहे राजू कुमार, विवेक कुमार ने बताया कि टमाटर 40, करैला 50, भिंडी 30, मूली 50, झिंगी 40, बैंगन 60, बोदी, अदरख एवं गाजर 80, खीरा 40, चुकंदर 50, पत्तागोभी 40, कद्दू 40 रुपये किलो बिक रहा है।
प्याज के दाम घट रहे हैं। प्याज 20 रुपये किलो बिक रहा है। परवल व ओल 60 रुपये किलो बिक रहा है। दुकानदारों ने बताया कि कुछ सब्जी औरंगाबाद एवं कुछ बाहर से आपूर्ति हो रही है। प्याज नासिक एवं मध्य प्रदेश से औरंगाबाद में आ रहा है। लहसुन की आपूर्ति नैनीताल, कानपुर एवं वाराणसी से है। टमाटर कर्नाटक के बंगलोर से पहुंच रहा है।
500 रुपये में झोला भर सब्जी नहीं
औरंगाबाद में झारखंड के रांची, हजारीबाग, टाटा, उत्तर प्रदेश के वाराणसी, जौनपुर, महाराष्ट्र के नासिक एवं रायबरेली से सब्जी आ रहा है। बाजार में सब्जी खरीद रहे कर्मा रोड निवासी अंकित कुमार, मनोज कुमार, प्रिय कुमारी, रौशनी कुमारी ने बताया कि सब्जियों के दामों में उछाल आया है। सब्जी खरीदने की हिम्मत नहीं हो रही है। 40 रुपये किलो से कोई सब्जी के दाम कम नहीं है।
पहले 200 रुपये में एक झोला सब्जी होती थी अब 500 रुपये में झोला भर सब्जी नहीं हो रहा है। सब्जियों के दाम पहले की अपेक्षा अधिक बढ़ गए हैं। जब तक लोकल सब्जी की आवक नहीं आएगी तब तक दाम कम नहीं होंगे। लगातार वर्षा का असर सब्जियों पर देखा जा रहा है। भिंडी, नेनुआ, झींगी एवं खीरा पानी में डूब गए हैं। किसान सब्जी तोड़ने खेत में नहीं उतर रहे हैं।
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