बिहार विधानसभा चुनाव 1957: औरंगाबाद जिले में चार विधानसभा क्षेत्र, फिर भी चुने गए पांच कांग्रेसी विधायक
1957 के बिहार विधानसभा चुनाव में औरंगाबाद जिले में केवल चार विधानसभा क्षेत्र थे, लेकिन पांच विधायक चुने गए। सभी सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार जीते, जिनमें सैयद अहमद कादरी, अनुग्रह नारायण सिंह और प्रियव्रत नारायण सिंह शामिल थे। नबीनगर में द्विसदस्यीय निर्वाचन क्षेत्र प्रणाली के कारण दो विधायक चुने गए। मतदान प्रतिशत 38.69% रहा।

औरंगाबाद जिले में चार विधानसभा क्षेत्र, फिर भी चुने गए पांच कांग्रेसी विधायक
उपेंद्र कश्यप, दाउदनगर (औरंगाबाद)। दूसरे बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 25 फरवरी 1957 को मतदान हुआ था। तब औरंगाबाद जिले में मात्र चार विधानसभा क्षेत्र थे, लेकिन विधायक पांच बने थे। दाउदनगर अनुमंडल का जो वर्तमान क्षेत्र है उसमें सिर्फ दाउदनगर विधानसभा क्षेत्र हुआ करता था। गोह और ओबरा विधानसभा क्षेत्र का तब कोई वजूद नहीं था।
निर्वाचन आयोग से प्राप्त विवरण के अनुसार तब दाउदनगर, नबीनगर, औरंगाबाद और रफीगंज विधानसभा क्षेत्र थे। इस सभी सीटों से कांग्रेस के ही प्रत्याशी जीत सके थे। सभी पांच विधायक कांग्रेसी थे।
दाउदनगर से सैयद अहमद कादरी, नवीनगर से अनुग्रह नारायण सिंह और सुरक्षित सीट से देवधारी राम, औरंगाबाद से प्रियव्रत नारायण सिंह और रफीगंज से सरजू प्रसाद सिंह विधायक बने। चारों विधायक कांग्रेस के थे। यह परिणाम चौंकाने वाला था।
जिस औरंगाबाद के कुल छह विधानसभा क्षेत्र में तीन पर पिछले ही विधानसभा चुनाव में सोशलिस्ट पार्टी का कब्जा था और तीन पर कांग्रेस जीती थी, उसी क्षेत्र में जब दूसरे विधानसभा का चुनाव होता है तो सभी पांच विधायक कांग्रेस के ही जीत गए। यह और बात है कि दूसरे विधानसभा चुनाव के समय गोह और ओबरा विधानसभा क्षेत्र वजूद में नहीं था।
इस कारण बने दो विधायक
दूसरे विधानसभा चुनाव में द्विसदस्यीय व्यवस्था थी। तब बिहार में कुल 264 विधानसभा क्षेत्र थे। जिसमें 210 से सिंगल विधायक चुने जाते थे जबकि 54 सीटों से दो-दो विधायक बनते थे। तब नबीनगर विधानसभा क्षेत्र से सामान्य सीट के लिए कांग्रेस से अनुग्रह नारायण सिंह (30586), प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से पदारथ सिंह 12743), निर्दलीय देवनंदन विश्वकर्मा (7181) और रामनारायण सिंह गहलोत (1967) प्रत्याशी थे।
जबकि नबीनगर अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट से कांग्रेस से देवधारी राम (28815), प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से विशेश्वर नाथ गुप्ता (10906) तथा निर्दलीय शांति देवी (2865) चुनाव मैदान में थे। सामान्य सीट से अनुग्रह नारायण सिंह और सुरक्षित सीट से देवधारी राम निर्वाचित हुए थे। कोष्ठक में प्रत्याशी को प्राप्त मत है।
दाउदनगर से बने मुस्लिम विधायक
सैयद अहमद कादरी कांग्रेस से चुनाव जीते। उनको 10316 यानी 40.79 प्रतिशत वोट मिला। जबकि प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के रामनरेश सिंह को मात्र 5162 यानी 20.41 प्रतिशत मत मिला। निर्दलीय गुप्तेश्वर नाथ सिंह को 4344, कम्युनिस्ट पार्टी आफ इंडिया के जागेश्वर सिंह यादव को 2621, निर्दलीय नाथ केदार को 1665 और रामखेलावन यादव को 1183 वोट मिला था। तब कुल वोटरों की संख्या 65374 थी। इसमें 25291 मतदाताओं ने मतदान किया। तब मतदान का प्रतिशत 38.69 प्रतिशत रहा।
औरंगाबाद से पीएन सिन्हा जीते
इंडियन नेशनल कांग्रेस प्रत्याशी प्रियव्रत नारायण सिंहा विजेता बने। उन्हें 45.88 प्रतिशत यानी 9459 वोट मिले। इस पार्टी के सरजू सिंह को 40.54 प्रतिशत अर्थात 8357 वोट मिले। निर्दलीय रामेश्वर प्रसाद सिंह को 1810 और जगदीश सिंह को 990 वोट प्राप्त हुआ था। तब 57750 मतदाताओं में 20616 अर्थात मात्रा 35.70 प्रतिशत ने ही मतदान किया था।
रफीगंज के विधायक बने सरजू प्रसाद सिंह
यहां से इंडियन नेशनल कांग्रेस के सरजू प्रसाद सिंह 9544 वोट प्राप्त कर विजेता बने। उन्हें 42.81 प्रतिशत वोट प्राप्त हुआ था। निर्दलीय जगदीश चंद्र यादव को 4802 अर्थात 21.54 प्रतिशत वोट प्राप्त हुआ था। प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के रामविलास सिंह को 3075, सीएनपीएसपीजेपी के कुमार सुमैर सिंह को 2667 और मुंद्रिका सिंह को 22004 मत प्राप्त हुआ था। तब 59747 में 22292 मतदाताओं ने मतदान किया था। मात्र 37.31 प्रतिशत मतदान हुआ था।
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