Swatantrata Ke Sarthi: वो IPS अफसर, जिससे खौफ खाते थे माओवादी; जान पर खेलकर बचाई थी सुरक्षाबलों की जिंदगी
औरंगाबाद के पूर्व एसपी बाबूराम जिन्होंने नक्सल प्रभावित इलाकों में माओवादियों के खिलाफ साहसिक अभियान चलाया था उन्हें स्वतंत्रता दिवस पर वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने 2016 में छकरबंधा के जंगल में माओवादियों के हमले का सफलतापूर्वक सामना करते हुए न केवल तीन माओवादियों को मार गिराया बल्कि कई सुरक्षाबलों की जान भी बचाई थी।

जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। नक्सल प्रभावित छकरबंदा पहाड़ से लेकर देव के जंगल को माओवादियों से मुक्त करने की दिशा में बेहतर कार्य करने वाले तत्कालीन एसपी बाबूराम और अब DIG को स्वतंत्रता दिवस पर केंद्र सरकार के द्वारा वीरता पदक से सम्मानित किया गया है।
बाबू राम औरंगाबाद में नौ जनवरी 2015 से 16 सितंबर 2016 तक एसपी रहे थे। एसपी रहते माओवादियों के खिलाफ चलाए गए अभियान का नेतृत्व किया था।
वर्ष 2016 के जुलाई में लगातार हो रही वर्षा के बीच छकरबंधा के डुमरी नाला जंगल में माओवादियों के विरुद्ध अभियान का नेतृत्व कर रहे थे, तब पहाड़ पर घात लगाए माओवादियों ने जिला पुलिस और कोबरा की टीम पर हमला कर दिया था।
इस हमले में आइईडी विस्फोट कर पुलिस को नुकसान पहुंचाया था। जंगल में आपरेशन में रहने के कारण सुरक्षाबलों का खाना और पानी समाप्त हो गया था। उस समय अभियान का नेतृत्व कर रहे एसपी बाबूराम और साथ रहे सुरक्षाबलों ने माओवादियों पर आक्रमण किया था।
IED विस्फोट में कोबरा के जवानों को हुए नुकसान और बलिदान व पहाड़ की ऊपरी चोटी से लगातार की जा रही फायरिंग के बावजूद एसपी और उनकी टीम ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए न सिर्फ तीन माओवादियों को मार गिराया था, बल्कि जंगल में फंसे सुरक्षाबलों को बाहर निकालने में सफलता पाई थी।
तीन माओवादियों के शव और बड़ी मात्रा में हथियार, कारतूस समेत अन्य विस्फोटक सामग्री बरामद किया था। घायल कोबरा के जवानों को इलाज के लिए रात्रि 11 बजे कंधों पर उठाकर जंगल से बाहर निकाला गया था, उसके बाद जान बची थी।
सुरक्षाबलों के हथियार लूटने की माओवादियों की योजना को विफल किया था। इस घटना में एसपी की जान बाल-बाल बची थी। केंद्रीय गृह मंत्रालय यह मानते हुए वीरता पदक से सम्मानित किया है कि इस प्रकार की विपरीत परिस्थितियों में ऐसी सफलता के उदाहरण कम मिलते हैं।
बता दें कि डीआइजी बाबूराम वर्तमान में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर नई दिल्ली में पदस्थापित हैं।
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