हर व्यक्ति का होता है अलग-अलग महत्व
हर व्यक्ति का होता है अलग महत्व।
हमारा महत्व हमारे जीवन में एक बहुत बड़ा एवं महत्वपूर्ण भूमिका बताता है। यह तो हमलोग सभी जानते हैं कि हम सभी का अपना जीवन में अपना-अपना महत्व है। लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनका महत्व हमारे समाज, देश पर गहरा प्रभाव पड़ता है। यही लोग आगे बढ़कर हमारे देश के अनेक प्रमुख नामों से जाने जाते हैं। हमारे जीवन का महत्व हमें यह बताता है कि हमें अपने जीवन में क्या करना है, यह हमें ये भी बताता है कि ऊपर है या नीचे, खराब है या अच्छे हैं। यह हमारे जीवन की प्रतिभा को बताता है। यहां तक कि यह हमें आगे बढ़ने का शक्ति प्रदान करता है यह बताते हुए की हमें अपने जीवन में कड़ी से कड़ी मेहनत करके उस नाम को सच कर दिखलाना है जो नाम हमारे माता-पिता बड़े गर्व और प्यार से रखे थे। यह हमें ताकतवर, फू र्तिला बनाता है। हमारा भविष्य अच्छा हो इसलिए हमें अपने जीवन के महत्व के मार्ग पर चलना चाहिए। हमें एक बार जीवन मिला है हमें इस मौका को गवाना नहीं चाहिए। क्या पता अगले जीवन में हम मनुष्य के रुप में इस धरती पर न आए। इसलिए हमें अपने जीवन को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए। हमें कोशिश करते रहना चाहिए क्योंकि हमें हमारा जीवन एक भारत का शान भी बना सकता है। हमारे वर्ग या स्कूल में तो बहुत सारे प्रतिभाशाली बच्चे हैं जो अगे बढ़कर अपने जीवन में अनेक क्षेत्र के मान बनेंगे। हमारे जीवन में बहुत सी कठिनाइयां आती है। लेकिन सच्चा, प्रतिभाशाली वो इन्सान है जो इस सभी कठिनाइयों को पार करके आगे बढ़ता वह कभी पीछे की ओर नहीं देखता, वह हर समय आगे की ओर देखते रहता है। हम दूसरे की सफ लता को देखकर जलते है और समय को नष्ट करते हैं यही समय हम अपने बारे में सोंचे तो कहां से कहां तक पहूंच सकते हैं क्योंकि यह समय जो हम बर्बाद करते हैं वहीं समय हमारे जीवन के महत्व के लिए बहुत जरुरी है। समय भी हमारे जीवन के लिए बेहत जरुरी है। इस संसार में जिसपर अपना जीवन शुरुआत करते हैं उस संसार में हर एक समान का अपना-अपना महत्व है। जैसे की हमारे जीवन हमेशा होता है कि हम जिस वस्तु को प्रयोग कर लेते हैं उन्हे हम समान नहीं देते हैं। लेकिन यह हमारे स्वभाव के रुप नहीं है। हमें छोटे, बड़े दोनो समानों को महत्व देना चाहिए क्योंकि जहां बड़े समानो का काम नहीं होता है वहां छोटे समानों का नहीं और जहां छोटे समानों का अपना महत्व होता है वहां बड़े समान कर नहीं सकते हैं। इसलिए हमें हर समान को महत्वपूर्ण समझना चाहिए। अत: हमे हमारे जीवन को सही रुप से उपयोग करना चाहिए।
अजय कुमार सिंह
प्राचार्य
डी0ए0वी0 पब्लिक स्कूल बैदराबाद (अरवल)
स्वावलंबन की भावना को दर्शाता है स्वयं शब्द
जिस तरह हिन्दी साहित्य के शब्द अपने आप में महत्वपूर्ण होते हैं उन्ही शब्दों में स्वयं शब्द भी अति महत्वपूर्ण शब्द है। स्वयं शब्द का अर्थ अपने आप होता है जो स्वावलंबन की भावना को दर्शाता है। जब किसी भी कार्य को पूर्ण करने में स्वयं शब्द को जोड़ते हैं तब वह शब्द विशिष्ट बन जाता है। स्वयं शब्द से यह भी ज्ञात होता है कि मैं कौन हूं? क्या हूं? क्या करना है? तब इसका महत्व और भी परिलक्षित होता है। जब तक लोगों में स्वयं के भाव दर्शित नहीं होंगे तब तक न वे स्वयं को कुछ कर सकने में समर्थ होंगे और न ही स्वयं के द्वारा लोगों का कुछ कल्याण कर सकेंगे।
गोपाल नारायण मिश्रा
शिक्षक
किताब के बिखरे हुए पन्नों की तरह है जिंदगी
''बड़े भाग्य मानुष तन पावा।'' मनुष्य का तन पाकर मैं बहुत ही गौरव का अनुभव करती हू्रं। मेरी जिन्दगी एक किताब के बिखरे हुए पन्नों की भांति है। फि र भी मैं अपनी आाशावादी सोंच के कारण इन पन्नों को सहेज कर पुन: किताब बनाने की कोशिश कर रही हूं। मैं ये तो नहीं कहूंगी कि मैं बहुत प्रतिभावान हूं लेकिन जो भी हूं कम नहीं हूं। भगवान ने मुझे सुन्दर तन और मन दिया है जिसके लिए मैं सदा उनका आभारी हूं।
निशा कुमारी
शिक्षिका
चाहें तो बन सकते हैं समाज का दर्पण
अपना गुण, अपना अनुभव,
अपने स्वर में गाता हूं।
नम्रभाव से मधुर स्वर में,
अपना महत्व बताता हूं।।
यदि हम चाहें तो समाज तथा देश का दर्पण बन सकते हैं। हमारे अन्दर सभी गुण निहीत है। हमें केवल कोशिश करना है। यदि हमारा कोशिश तथा परिश्रम सच्चा है तो हम जो चाहें उस गुण को प्राप्त कर सकते हैं। जैसे किसी कवि ने कहा है कि
अतिशय रगड़ करे जे कोई,
अनल प्रगट चन्दन ते होई।
यदि हम चाहे तो देश का सर्वश्रेष्ठ मानव बन सकते हैं। हम इस धरती पर अपने कर्म के अनुसार पद को प्राप्त करते हैं। आज विज्ञान का युग है। विज्ञान का खोज किसने किया ? विज्ञान का खोज हम मनुष्यों ने किया। हम अपने अन्दर छिपे प्रतिभा को पहचान नहीं पाते हैं।
इन्द्रजीत चौधरी
शिक्षक
हर इंसान का होता है अपना महत्व
प्रत्येक चीज का दुनिया में महत्व है। चाहे वो कोई छोटी चीज हो या बड़ी। दुनिया के हर इंसान का अपना कुछ न कुछ महत्व होता है। वैसे ही मेरे स्वयं का भी महत्व है। मैं इन करोड़ो बच्चों में से एक हूं जो आने वाले भारत का भविष्य हैं।
मुस्कान प्रिया
वर्ग- छ:
छात्रा
परिवर्त्तन ला सकता है मानव
मानव जानी इस संसार का एक महत्वपूर्ण जीव हैं। मानव इस संसार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मानव ही एक जीव है जो इस संसार में परिवर्तन ला सकता हैं। भगवान ने ही सभी को बनाया है और हर किसी के अन्दर गुण है और अवगुण दोनों दिया हैं।
अमिषा कुमारी
छात्रा
वर्ग-सप्तम
स्वयं पर होना चाहिए विश्वास
अगर कोई मनुष्य अपने जीवन में सफ ल होना चाहता है तो उसे स्वयं पर विश्वास होना चाहिए। जैसे की 'महाभारत' में हुआ था एकलव्य धुरंधर बनना चाहते थे और वो भी गुरु द्रोण से शिक्षा लेकर। परन्तु गुरु द्रोण उसे शिक्षा नहीं दिए परंतु एकलव्य का आत्मविश्वास उसे ऊंचाई पर ले गया।
हर्ष कुमार
वर्ग-सप्तम
छात्र
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।