फर्जी पेपर पर निकाला गया Union Bank से करोड़ों का लोन; बिचौलियों के साथ मिलकर मैनेजर ने किया गबन, मामला दर्ज
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में दो करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला सामने आया है। शाखा प्रबंधक और बिचौलिए ने फर्जी दस्तावेज पर लोन निकालकर आपस में बांट लिया। पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज कर ली है। इसको लेकर जांच शुरू कर दी गई है। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि मैनेजर पर गबन को लेकर दूसरी बार प्राथमिकी दर्ज की गई है।

जागरण संवाददाता, अरवल : यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की अरवल शाखा में दो करोड़ 63 लाख रुपये का व्यावसायिक ऋण घोटाला सामने आया है। मामले को लेकर बैंक मैनेजर संतोष कुमार के बयान पर सदर थाना में प्राथमिकी की गई है।
इसमें तत्कालीन बैंक मैनेजर के अलावा तीन बिचौलिए किंजर के मोहम्मद जावेद, अरवल के राजू कुमार और प्रवीण सिंह समेत 27 अज्ञात को आरोपित किया गया है। तत्कालीन बैंक मैनेजर पर गबन की यह दूसरी प्राथमिकी हुई है।
दर्जन भर से अधिक लोगों के नाम पर निकला लोन
पहली प्राथमिकी किंजर थाने में किंजर बाजार निवासी सुषमा वस्त्रालय के मालिक टुनटुन साव ने 22 अगस्त को कराई थी। एसपी मो कासिम ने बताया कि गबन मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
वर्तमान प्राथमिकी के अनुसार, अरवल के कई गांव के करीब दर्जन भर से अधिक लोगों से आधार कार्ड और फोटो लेकर बिचौलियों ने उनके नाम से जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाए और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की अरवल शाखा से लोन पास करा लिए।
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करोड़ों की हुई बंदरबांट
इसके बाद बिचौलिये और तत्कालीन शाखा प्रबंधक ने मिलकर करोड़ों की बंदरबांट कर ली। यह मामला वर्ष 2019-20 का है। उधर, जिनके नाम ऋण निकला था, वे इस बात से अनजान थे।
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