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    अरवल: सरकारी स्कूलों में पहली से 8वीं तक के बच्चों का अब मासिक मूल्यांकन

    अरवल के सभी सरकारी स्कूलों के वर्ग एक से आठ तक के विद्यार्थियों का मासिक आधारित मूल्यांकन होगा। यह मूल्यांकन अप्रैल मईजुलाई अगस्त अक्टूबर नवंबर जनवरी और फरवरी महीने में किया जाएगा। वर्ग एक के छात्रों का मूल्यांकन मौखिक होगा। वहीं वर्ग दो से आठ तक के छात्र-छात्राओं का मूल्यांकन लिखित होगा। सभी छात्र-छात्राओं के पास मासिक विद्यालय आधारित मूल्यांकन के लिए एक अभ्यास पुस्तिका रहेगी।

    By shiv kumar mishraEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Sat, 05 Aug 2023 06:32 PM (IST)
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    सरकारी स्कूलों में पहली से 8वीं तक के बच्चों का अब मासिक मूल्यांकन

    जागरण संवाददाता, अरवल: अरवल के सभी सरकारी स्कूलों के वर्ग एक से आठ तक के विद्यार्थियों का अब मासिक मूल्यांकन होगा। यह मूल्यांकन अप्रैल, मई, जुलाई, अगस्त, अक्टूबर, नवंबर, जनवरी और फरवरी महीने में किया जाएगा।

    वर्ग एक के छात्रों का मूल्यांकन मौखिक होगा। वहीं, वर्ग दो से आठ तक के छात्र-छात्राओं का मूल्यांकन लिखित होगा। इस दौरान सभी छात्र-छात्राओं के पास मासिक विद्यालय आधारित मूल्यांकन के लिए एक अभ्यास पुस्तिका रहेगी।

    डीईओ को पत्र जारी

    बच्चे इसका उपयोग केवल मूल्यांकन के दिन प्रश्नों का उत्तर लिखने के रूप में करेंगे। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक ने इस बाबत डीईओ को पत्र जारी कर दिया है।

    वर्ग एक से पांच के लिए मासिक मूल्यांकन को पूरा करवाने की जिम्मेदारी वर्ग शिक्षकों की होगी। वहीं, वर्ग छह से आठ के मूल्यांकन की जिम्मेदारी विषय आधारित शिक्षकों अथवा विद्यालय प्रधान की होगी।

    विद्यालय प्रधान अपने विद्यालय में छात्रों की संख्या व शिक्षकों की उपलब्धता को देखते हुए उसके अनुसार सभी वर्गों के मूल्यांकन के लिए शिक्षकों को चिह्नित करेंगे और हर माह अंतिम दो कार्य दिवसों में मासिक मूल्यांकन का कार्य संपादित कराया जाएगा।

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    विद्यालय के सामान्य रूटीन के क्रम में ही मूल्यांकन का भी कार्य होगा, ताकि बच्चों की पढ़ाई भी बाधित नहीं हो सके।

    छात्रों के उत्थान के लिए कदम

    जिला शिक्षा पदाधिकारी शिवचंद्र बैठा ने कहा कि मूल्यांकन का प्राथमिक उद्देश्य वास्तव में सीखना है। यह शिक्षक व छात्र तथा संपूर्ण शिक्षा प्रणाली को छात्रों के लिए सीखने व विकास को अनुकूलित करता है। साथ ही शिक्षण व सीखने की प्रक्रियाओं को लगातार संशोधित करने में मदद करता है।

    कैसे होगा मूल्यांकन ?

    मूल्यांकन के दिन वर्ग शिक्षक अथवा विषय आधारित शिक्षक बोर्ड पर ही प्रश्नों को लिखेंगे। छात्र-छात्रा अपनी नोट बुक में उन प्रश्नों का उत्तर लिखेंगे। शिक्षक अगले कार्य दिवस को नोटबुक की जांच करेंगे। प्रत्येक छात्र-छात्राओं की लर्निंग डेफिसिट के आधार पर वर्गकक्ष का संचालन करेंगे।

    मूल्यांकन की अवधि में विद्यालय का अनिवार्य रूप से अधिकारी मॉनिटरिंग करेंगे। प्रत्येक माह होने वाले शिक्षक-अभिभावक की बैठक में कक्षा एक से आठ तक के बच्चों की प्रोग्रेस रिपोर्ट शेयर किए जाएंगे।