Sikti Assembly Seat 2025: नदियों से घिरे सिकटी में विकास के हुए काम, बाढ़ अब भी बड़ी समस्या
सिकटी विधानसभा क्षेत्र नदियों से घिरा है और बाढ़ से प्रभावित है जिससे प्रवासन होता है। यहां एक भी सरकारी डिग्री कॉलेज नहीं है हालांकि अररिया-गलगलिया रेललाइन जल्द शुरू होने की उम्मीद है। आपदा प्रबंधन मंत्री विजय कुमार मंडल यहाँ से भाजपा विधायक हैं। उन्होंने सड़कों और पुलों का निर्माण कराया है लेकिन बाढ़ विस्थापन और शिक्षा जैसी समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं।
बिनोद कुमार झा मुन्ना, सिकटी (अररिया)। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित अररिया जिले का सिकटी विधानसभा क्षेत्र चारों ओर से नदियों से घिरा है। बकरा, नूना, घाघी, लोहंद्रा सहित आधा दर्जन नदियां यहां से गुजरती हैं, जो नेपाल में हुई वर्षा के पानी के साथ बाढ़ लाती हैं। शत-प्रतिशत कृषि पर निर्भर लोगों को हर साल बाढ़ की मार झेलनी पड़ती है। इस दौरान रोजगार की तलाश में एक बड़ी जनसंख्या को प्रवासन के लिए विवश होना पड़ता है।
जिला मुख्यालय से करीब 40 किमी दूर इस क्षेत्र में एक भी सरकारी डिग्री कालेज नहीं है। रेल की सुविधा से भी यह क्षेत्र दूर है। हालांकि अब जल्द ही अररिया-गलगलिया रेललाइन चालू होने की उम्मीद है। बिहार सरकार में आपदा प्रबंधन मंत्री विजय कुमार मंडल यहां से लगातार दूसरी बार भाजपा के विधायक हैं। 2015 के साथ ही 2020 के विधानसभा चुनाव में भी इन्होंने जीत दर्ज की।
फरवरी 25 में हुए मंत्रिमंडल विस्तार में इन्हें मंत्री बनाया गया। विजय कुमार मंडल अररिया एवं सिकटी विधानसभा क्षेत्र से पांच बार विधायक रहते हुए पूर्व की सरकार में भी मंत्री थे। 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी राजद प्रत्याशी डॉ. शत्रुघ्न प्रसाद मंडल को 13610 मतों से हराया था।
चुनाव के समय विजय कुमार मंडल ने कई वादे किए। इस पर काम भी किया, लेकिन लोगों का कहना है कि विधायक ने वादों को पूरा करने की कोशिश तो जरूर की, परंतु कुछ समस्याएं अब भी बरकरार है।
ये समस्याएं नहीं हो सकीं दूर
- बाढ़-विस्थापन का अब तक नहीं हुआ निदान
- पड़रिया पुल की समस्या का नहीं हो पाया समाधान
- उच्च शिक्षा के लिए एक भी सरकारी डिग्री कालेज नहीं
- सिकटी, पलासी और कुर्साकांटा के कई गांवों में अभी भी नहीं बनी सड़कें
ये हुए काम
- एबीएम सिकटी पथ का जीर्णोद्धार
- पावर ग्रिड की स्थापना
- 260 किलोमीटर सड़क चौड़ीकरण
- सुंदरनाथ धाम के पर्यटन स्थल के रूप में विकास
- तीरा घाट पर 63 करोड़ का पुल निर्माण
- कलियागंज एवं कुआड़ी बाजार का विकास
- करीब 100 पुल-पुलियों का निर्माण
- करीब 400 सड़कों का निर्माण
काम जो हो रहे
- 60 नये सड़कों के उन्नयन, सुदृढ़ीकरण का कार्य
- 20 सड़कों का नवीनीकरण
- दो दर्जन पुल निर्माण कार्य स्वीकृत
- बरदाहा में स्टेशन का निर्माण
सिकटी विधानसभा एक नजर में:
- कुल मतदाता- 3,00368
- पुरुष- 1,57,211
- महिला- 1,43,157
विधायक के दावे
विजय कुमार मंडल ने बताया कि सिकटी विधानसभा में विकास चारों ओर दिख रहा है। दो दशक की समस्या एबीएम सिकटी पथ का जीर्णोद्धार सबसे बड़ा उदाहरण है। पलासी में बिजली पावर ग्रिड का निर्माण, चार सौ सड़कें, सौ से अधिक पुल-पुलियों का निर्माण हुआ है। जिले मे सबसे ज्यादा 260 किमी सड़क चौड़ीकरण सिकटी में हुआ है।
उन्होंने कहा कि बैरगाछी से कुआड़ी तक दस मीटर चौड़ी सड़क के निर्माण कार्य को स्वीकृति मिल चुकी है। ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण योजना में इस साल कुर्साकांटा में 18, सिकटी में 18 और पलासी में 24 कुल 60 सड़कें स्वीकृति हुई है। चार सड़कों का उन्नयन तथा बीस सड़के नवीनीकरण योजना मे स्वीकृति होकर कार्य प्रारंभ है। दो दर्जन पुल निर्माण कार्य स्वीकृत हुआ है।
आगे बताया कि अररिया गलगलिया रेलवे लाइन इस क्षेत्र के विकास की महत्वपूर्ण कड़ी है। बरदाहा में स्टेशन का निर्माण होगा। नेपाल से आने वाली बाढ़ इस क्षेत्र में बड़ी समस्या है। सरकार इसके नियंत्रण के लिए प्रतिबद्ध है। महानंदा बेसिन योजना के तहत कोसी मेची नदी जोड़ परियोजना को सांसद के प्रयास से केंद्र सरकार से राशि मिली है।
विपक्ष ने बताया विकास के मोर्चे पर फेल
सरकार और उनके प्रतिनिधि विकास के मोर्चे पर फेल हैं। इलाके में बाढ़ हर साल की समस्या है। उस पर अब तक क्या हुआ। सरकारी कार्यालयों में अफसरशाही और भ्रष्टाचार चरम पर है। रेलवे स्टेशन निर्माण में सिकटी को छला गया है। प्रवासन रुक नहीं रहा है। सिकटी, पलासी और कुर्साकांटा के कई गांवों में अभी भी सड़कें नहीं बनी हैं। बकरा नदी के पड़रिया घाट पर बना पुल गिरना भ्रष्टाचार का उदाहरण है। - शत्रुघ्न प्रसाद मंडल, राजद नेता
क्या कहते हैं लोग?
कुर्साकांटा के मु. शाहजहां ने बताया कि सिकटी विधानसभा में विगत दस वर्षों में चारों तरफ विकास हुआ है। सड़क और पुल-पुलिया के साथ गांवों में बिजली की आपूर्ति सुद़ृढ़ हुई है। अररिया-गलगलिया रेलवे लाइन का विकास का बड़ा उदाहरण है।
वहीं, सिकटी के कुमोद झा बेलबाड़ी ने बताया कि विजय कुमार मंडल के कार्यकाल में सिकटी का काफी विकास हुआ है। सड़क, पुल, बिजली, स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में लगातार कार्य हुए है। अस्पताल में गरीबों का समुचित उपचार हो रहा है। सड़कों का जाल बिछने से किसी भी इलाके में आवागमन सुगम हुआ है।
दूसरी ओर, सिकटी के धनंजय पासवान ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में जो विकास होना चाहिए, वह नहीं हो पाया है। पहले से स्थिति बेहतर हुई है, लेकिन कई मूलभूत समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया है। अररिया-गलगलिया रेलवे लाइन पर बरदाहा में स्टेशन नहीं बनना दुर्भाग्यपूर्ण है। सिकटी की बड़ी आबादी को इससे असुविधा होगी। इस पर ध्यान देने की जरूरत है।
सिकटी प्रखंड को बाढ़ एवं बेरोजगारी के कारण प्रवासन का दंश झेलता रहा है। दशकों से पड़रिया पुल की समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। सरकारी कार्यालय में घुसखोरी चरम पर है। जनता की सुधि लेने वाला कोई नही है। ऐसे मे विकास का क्या पैमाना हो सकता है। - विकास कुमार यादव, सिकटी
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