Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    48 घंटे के लिए पूरे नेपाल में कर्फ्यू, कई क्षेत्रों में तत्काल सभी स्कूल और कॉलेज बंद

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 04:13 PM (IST)

    नेपाल में इंटरनेट मीडिया प्रतिबंध और भ्रष्टाचार के खिलाफ हिंसा भड़क उठी है जिसे नियंत्रित करने के लिए सेना तैनात है। इंडो-नेपाल सीमा पर एसएसबी जवान हाई अलर्ट पर हैं। प्रदर्शनकारियों ने सरकारी दफ्तरों में आग लगा दी। फिर आज एपीएफ और नेपाली पुलिस हालात काबू करने में विफल रही है।

    Hero Image
    बाजार में सन्नाटा और कार्यालयों में आगजनी

     दीपक कुमार, सिकटी,(अररिया)। नेपाल में इंटरनेट मीडिया बैन और भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी आंदोलन तीसरे दिन भी जारी रहा। हिंसक प्रदर्शन को रोकने के लिए सेना ने मंगलवार की रात 10 बजे से पूरे देश का कंट्रोल अपने हाथ में ले लिया है। 48 घंटे के लिए पूरे नेपाल में कर्फ्यू लगा दिया गया है। नेपाली सेना द्वारा आमजनों से शान्ति व्यवस्था बनाए रखने तथा अफवाह से बचने की अपील की जा रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वहीं प्रदर्शन की आर में आगजनी करने, लूटपाट करने वाले उपद्रवी तत्वों को पुलिस हिरासत में ले रही है। नेपाली बाजार बंद पड़े हैँ। सीमा से पर्यटकों को नेपाल जाने से रोका जा रहा है। ताजा हालात के मद्देनजर इंडो-नेपाल सीमा पर हाई अलर्ट है। धनपाल थान अंतर्गत गाऊ पालिका कर्सिया, दादर बेरिया तथा कटहरी गाउ पालिका कार्यालय को प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया।

    इससे पूर्व रंगेली नगर पालिका कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ की गई। साथ ही मेयर कार्यालय को भी फूंक दिया गया। इनमें कई चीज़ें कम्प्यूटरीकृत नहीं थीं, इसलिए नेपाल के अधिकांश कार्यालयों जैसे धनपालथान, नगरपालिका, महापौर कार्यालय आदि में आग लगने से दस्तावेज़ और फाइलें नष्ट हो गईं। कर्सियां धनपालथान- 4 कार्यालयों की खिड़कियों के शीशे नष्ट कर दिए गए और देर शाम इमारत में आग लगा दी गई।

    नेपाल मायागंज भंसार से करीब 25 किमी दूर विराटनगर भट भटिन माल को उपद्रवी तत्वों द्वारा लूटा गया और पूरे इमारत में आग लगा दी गई। नेपाल के विराटनगर, कर्सियां, रंगेली, दादर बेरिया, कटहरी सहित नेपाल के कई क्षेत्रों में तत्काल सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। यातायात अवरुद्ध कर दिया गया है। केपी ओली के नेपाल छोड़कर भागने की बात को लेकर युवाओं के बीच खासी नाराजगी देखने को मिल रही है।

    नेपाली मूल के गीता कार्की, दीपक श्रेष्ठ, सिराज बस्नेत, रामबहादुर कटवाल आदि ने बताया कि जेन एक्स और जेन जी समूह के युवा बेरोजगारी तथा नेपाल में व्याप्त भ्रष्टाचार से आजिज हो चुके थे। युवाओं का प्रदर्शन हिंसक हो गया। सोनामनी गोदाम से आमबारी तक एसएसबी की कई टुकड़ियों की तैनाती अलग से की गई है। कुर्साकांटा, सिकटी, कुआड़ी, सोनामनी गुदाम तथा बरदाहा थाना क्षेत्र के कई चेक पोस्टों पर सघन तलाशी अभियान जारी है। वहीं सीमा पर एसएसबी व पुलिस के सहयोग से पेट्रोलिंग की जा रही है।

    मेघा बीओपी से सटे मायागंज में छोटी भंसार सेवा फिलहाल बंद है। 38 किमी नेपाल की सीमा पर निगरानी के लिए 18 बीओपी चेक पोस्ट बनाए गए बताते चले कि सिकटी विधानसभा के आमबारी से सोनामनी गोदाम तक लगभग 38 किमी की नेपाल की सीमा पर निगरानी के लिए एसएसबी के 18 बीओपी चेकपोस्ट बनाए गए हैं। उसी तरह नेपाल एपीएफ़ के 11 बीओपी हैं। इसके अलावा भारतीय क्षेत्र में 05 थाना और नेपाल के हिस्से में रानी से लेकर मिर्चाडांगी तक 07 थाना है।

    सीमा के भारतीय हिस्से को स्थानीय पुलिस के साथ सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) द्वारा नियंत्रित किया जाता है। सीमा के नेपाली पक्ष को सशस्त्र पुलिस बल (एपिएफ) द्वारा नेपाल पुलिस की स्थानीय शाखा के साथ नियंत्रित किया जाता है। फिलहाल नेपाल की तरफ स्थानीय सीमा चौकिया खाली कर दी गई है। नेपाल से सटे कई मुख्य बाजारों में केपी ओली का पुतला दहन तथा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी का सिलसिला जारी है।

    भारत सरकार ने जारी की एडवायजरी

    नेपाल में लगातार बिगड़ते हालातों को देखते हुए भारत सरकार ने अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए एडवायजरी जारी की है। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एडवायजरी में भारतीय नागरिकों को नेपाल यात्रा न करने की सलाह दी गई है। विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि नेपाल में बदलते हालात को देखते हुए, भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे स्थिति स्थिर होने तक वहां की यात्रा न करें। वर्तमान में नेपाल में मौजूद भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने वर्तमान निवास स्थान पर ही रहें, सड़कों पर निकलने से बचें और पूरी सावधानी बरतें।

    नेपाल से वापस लौटे रहे भारतीय पर्यटक

    हिंसक प्रदर्शन और कर्फ्यू के बीच बड़ी संख्या में भारतीय पर्यटक नेपाल से वापस लौटने लगे हैं। नेपाल में फिलहाल हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं और प्रशासन हालात पर लगातार नजर रखे हुए है। इधर भारतीय बाजारों पर भी इसका खासा असर देखने को मिल रहा है। सिकटी विधानसभा अंतर्गत बाजार मुख्य रूप से नेपाली ग्राहकों पर आश्रित है। बर्तन, कपड़ा, इलेक्ट्रोनिक, किराना व्यवसायियों पर खासा असर पड़ा है।