नेपाल में विद्रोह के बीच आखिर क्यों लगे मोदी-मोदी के नारे? लहराया भारत का तिरंगा; कहा- हमें भी PM Modi जैसा प्रधानमंत्री दे दो
Nepal Protest नेपाल में भारतीय तिरंगा लहराया गया साथ ही युवाओं ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री नेपाल में होना चाहिए। इंटरनेट मीडिया पर प्रतिबंध को लेकर भारत के पड़ोसी देश नेपाल में भारी हिंसा व विरोध प्रदर्शन के बाद जेन जेड संगठन ने 65 घंटे में सरकार का तख्तापलट कर दिया।

संवाद सूत्र, फुलकाहा (अररिया)। Nepal Protest इंटरनेट मीडिया पर प्रतिबंध को लेकर भारत के पड़ोसी देश नेपाल में संविधान को खतरे में डाल दिया। जेन जेड संगठन ने 65 घंटा में सरकार का तख्ता पलट कर दिया। विधानसभा से लेकर संसद भवन को भी आग के हवाले कर दिया। इसी बीच नेपाल के लोगों एवं युवाओं के द्वारा नेपाल के कई जगहों पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिंदाबाद का नारा लगाते हुए भारत का तिरंगा झंडा लहराया गया।
नेपाली युवाओं का इंटरनेट मीडिया पर बहुत ऐसे वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा रहा है। जिसमें नेपाली युवाओं के द्वारा कहा जा रहा है की भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की तरह नेपाल को अगर प्रधानमंत्री मिल जाए तो नेपाल विकसित देश बन सकता है। नेपाल में मोदी जैसे शक्तिशाली प्रधानमंत्री की जरूरत है।
नेपाल से सटे भारतीय के अररिया जिला बजरंग दल के पूर्व संयोजक मनोज सोनी ने कहा नेपाल के जेन जेड संगठन ने जिस तरह से 65 घंटे के अंदर भ्रष्टाचार के विरुद्ध सरकार का तख्ता पलट कर दिया यह नेपाल के लिए बहुत बड़ा इतिहास बन चुका है। मनोज सोनी ने कहा नेपाल में इतनी बड़ी आगजनी तोड़फोड़ और दर्जनों युवाओं की मौतें हुई फिर भी यहां भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जय जयकार और भारतीय तिरंगा झंडा का लहराया जाना यह हम समस्त भारतीयों के लिए गर्व का पल है।
भारत नेपाल सीमा पर 24 घंटे निगरानी
भारत नेपाल सीमा से सटे फुलकाहा, कोशिकापुर, मानिकपुर, पथराहा, घूरना, डुमरबन्ना, बबुआन, बसमतिया और बेला बार्डर पर तैनात एसएसबी जवान अलर्ट मोड पर हैं और चौकसी बढ़ी हुई है। हालांकि सीमा पार आवाजाही बंद नहीं है, लेकिन जांच के बाद ही लोगों और वाहनों को आने जाने दिया जा रहा है। नेपाल के घटना क्रम को लेकर एसएसबी चौबीसों घंटे सीमा पर निगरानी कर रही है।
घूरना बीओपी प्रभारी सह सहायक सेनानायक अभिषेक कुमार गुप्ता ने बताया फिलहाल सीमा बंद नहीं की गई है। बार्डर पर सुरक्षा एजेंसियों को नजर बनाए रखने और विशेष सतर्कता बरतने के आदेश दिए गए हैं। एसएसबी जवान पूरी तरह चौकस है। स्थानीय प्रशासन द्वारा स्थानीय लोगों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने की अपील की जा रही है।
लोगों से कहा जा रहा है कि वे अभी बिना जरूरी काम के नेपाल नहीं जाएं, वहां की स्थिति काफी तनावपूर्ण है। भारतीय क्षेत्र से इलाज के लिए लोग विराटनगर नहीं जा पा रहे हैं। कई मरीजों को पुनः चिकित्सक के द्वारा बुलाया भी गया था, जो स्थिति तनावपूर्ण देखते हुए चिकित्सक से दिखा नहीं पा रहे हैं। नेपाल में तोड़फोड़ एवं सरकारी भवनों में किए गए आगजनी को लोगों ने दुख घटना बताया है। लोगों का कहना है कि नेपाल में हुए नुकसान की भारपाई में काफी समय लगेगा।
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