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    JDU या BJP... किसके खाते में जाएगी जोकीहाट विधानसभा सीट? साफ-सुथरी छवि दिखाने की प्रत्याशियों में मची होड़

    Updated: Sun, 21 Sep 2025 05:30 AM (IST)

    अररिया के जोकीहाट विधानसभा चुनाव में एनडीए के कई नेता टिकट पाने की होड़ में हैं। वे अपनी साफ छवि दिखाने की कोशिश कर रहे हैं और मतदाताओं को लुभाने के लिए विभिन्न प्रयास कर रहे हैं। जदयू और भाजपा दोनों ही इस सीट पर अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। वहीं महागठबंधन में भी टिकट के लिए खींचतान जारी है।

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    जोकीहाट विधानसभा सीट पर टिकट की टिकटिक। (जागरण)

    ज्योतिष झा, जोकीहाट (अररिया)। जोकीहाट विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए में एक दर्जन नेताजी टिकट की ख्वाहिश पाले हैं। ऐसे में पार्टी नेतृत्व से लेकर पार्टी पर्यवेक्षक की नजर में साफ सुथरा छवि दिखाने की होड़ सी चल रही है।

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    चुनाव को देखते हुए ऐसे उम्मीदवार दो चार समर्थकों को खिला पिलाकर अपने नाम को आगे बढ़ाने में दिन रात लगे हैं। इंटरनेट मीडिया से लेकर बडे़ बडे़ नेताओं के सामने अपने अपने चहेते उम्मीदवार की खूब गुणगान कर रहे हैं।

    एक उम्मीदवार तो माननीय के ईर्दगिर्द ही घूमते फिर रहे हैं। कुछ उम्मीदवार क्षेत्र में जनता और मतदाताओं से भी मेलजोल में हैं। पता नहीं कहां से भाग्योदय हो जाय। वहीं, नगर पंचायत जोकीहाट के हर चौक चौराहे पर नेताजी की अच्छाई ही अच्छाई लोगों के कानों तक पहुंच रही है।

    महलगांव, उदाहाट, बहारबाड़ी हाट, हड़वा चौक, जहानपुर चौक, चकई, सोहंदर हाट आदि चौक चौराहे पर एनडीए के चेहरे पर चर्चा हो रही है।

    किसकी झोली में जाएगी जोकीहाट विधानसभा सीट

    जहां जदयू समर्थक बता रहे हैं कि इस बार जोकीहाट सीट उनकी झोली में जाएगी, वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं का मानना है कि इस बार भी जोकीहाट भाजपा के खाते में रहेगी। क्योंकि पिछले चुनाव में भाजपा को बढिया वोट मिले हैं, जिससे भाजपा नेताओं को आधार मिल गया है।

    चाय की दुकान में बैठे लोगों को कहते हैं फलां साहब यही हैं, जो टिकट की दौड़ में सबसे आगे हैं। बहुत ही बेदाग छवि, मिलनसार, गरीबों के मसीहा की तरह हैं। बिना विधायक बने बेचारा बहुत काम किए हैं। विधायक बन जाएंगे तो विधानसभा क्षेत्र के लोगों का बेड़ा पार हो जाएगा।

    नेताजी व उनके समर्थकों के वहां से जाने के बाद लोगों की प्रतिक्रिया होती है चुनाव जीतने से पहले सभी कंडिडेट बढ़िया होते हैं, चुनाव जीतने के बाद उनका असली चेहरा सामने आता है।

    उधर महागठबंधन में भी टिकट के लिए कई नेताजी हाथ पैर मार रहे हैं। कभी तेजस्वी यादव तो कभी लालू यादव से मिलने की कोशिश हो रही है। क्षेत्र में घूम घूमकर जोकीहाट विधानसभा को नंबर एक बनाने का सब्जबाग दिखाया जा रहा है।

    अंतिम समय तक संघर्ष

    राजनीति में कब किसका सितारा बुलंद हो जाय कोई नहीं जानता। कौन सी पार्टी कब किस पर मेहरबान हो जाय क्या पता। इसलिए नेताजी अंतिम समय तक संघर्ष जारी रखने की कोशिश में हैं।

    वहीं, एआईएमआईएम पार्टी में भी पिछले विधानसभा चुनाव में टिकट से अंतिम समय में वंचित रहे नेताजी इस बार कमर कसकर ताल ठोक रहे हैं। अभी से मतदाताओं के सामने पाक साफ छवि दिखाकर बडे़-बडे़ सपने पूरे होने का दावा कर रहे हैं। लेकिन वहां भी दावेदारों की खींचतान जारी है।

    टिकट जिन्हें भी मिले फिलहाल सभी टिकट चाहने वाले नेता अपनी बेदाग छवि दिखाने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मतदाताओं को तो सबकुछ साफ दिखाई दे रहा है।