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    सत्संग से मिलती है जीवन में सुख-शांति: स्वामी परमानंद

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 03 May 2022 07:27 PM (IST)

    संवाद सूत्र फुलकाहा (अररिया) जीवन में सुख शांति पाना चाहते हैं लेकिन संसार के भौतिक वस्

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    सत्संग से मिलती है जीवन में सुख-शांति: स्वामी परमानंद

    संवाद सूत्र, फुलकाहा (अररिया): जीवन में सुख शांति पाना चाहते हैं लेकिन संसार के भौतिक वस्तु को पाकर कभी भी सुख शांति की प्राप्ति नही हो सकती है ,जो मानव प्राणी में सत्संग में आकर संत सतगुरु का उपदेश व आदेश का पालन करते हैं ,उनके ही जीवन में सुख-शांति प्राप्त होती है। असुर स्वभाव वाले मनुष्य प्रवृति और निवृति इन दोनों को हीं नहीं जान पाते हैं इसलिए उनमें न तो बाहर न हीं भीतर की शुद्धि होती है। उनका न श्रेष्ठ आचरण हो पाता है न हीं सत्य विचार। उक्त बातें नरपतगंज प्रखंड केपोसदाहा पंचायत स्थित पैक्स गौदाम परिसर में आयोजित दो दिवसीय संतमत सत्संग के समापन के दिन सोमवार को महर्षि मेंहीं आश्रम कुप्पाघाट भागलपुर से आये स्वामी परमानंद जी महाराज ने कही। वही सत्संग प्रेमियों को संबोधित करते हुए मधेपुरा स्थित संतमत आश्रम से पहुंचे स्वामी सत्यनारायण ब्रहमचारी बाबा ने कहा कि ऐसे व्यक्ति जगत आश्रयरहित, सर्वथा असत्य और बिना ईश्वर बगैर गुरू को स्वयं को प्रधानता देते हैं। जबकि इस धरातल पर बिना गुरू का मनुष्य में मनुष्यता हो हीं नहीं सकती। संत कबीर, महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज, गोस्वामी तुलसीदास ने भी गुरू की महत्ता बतलाए हैं। पूर्णिया जिले के गौकुलपुर संतमत सत्संग आश्रम से पहुंचे स्वामी बिपिन बाबा ने कहा कि ईश्वर भक्ति में हीं मानव कल्याण संभव है। मनुष्य शरीर कि सार्थकता और सफलता ईश्वर भक्ति में है। जो मनुष्य शरीर पाकर भी ईश्वर भक्ति नहीं करता है उसके लिए मनुष्य शरीर नहीं पाने समान है। जिस प्रकार मनुष्य तन के लिए भोजन जरुरी है उसी प्रकार मन के लिए सत्संग, भजन एवं कीर्तन अनिवार्य है। जबतक सत्संग एवं भजन कीर्तन नहीं करंगे तब तक ईश्वर के प्रति श्रद्धा नहीं जगेगी। जीवन में सुख शांति पाना चाहते हैं लेकिन संसार के भौतिक वस्तु को पाकर कभी भी सुख शांति की प्राप्ति नही हो सकती हैं ,जो मानव प्राणी मे सत्संग मे आकर संत सद्गुरु का उपदेश व आदेश का पालन करते हैं ,उनके ही जीवन मे सुख-शांति प्राप्त होती है। इसके अलावे सुबोध बाबा ने भी अमृत प्रवचन एवं भजनावली से श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। तमाम मिर्जापुर गांववासियों के सहयोग से यहां भव्य पंडाल, रोशनी, भंडारा का आयोजन किया गया था। यहां पड़ोसी देश नेपाल सहित नरपतगंज, फुलकाहा, भोड़हर, नवाबगंज, मिर्जापुर, लक्ष्मीपुर, कोशिकापुर, अमरोरी, चंदा आदि क्षेत्रों से सत्संग धर्मावलंबियों की बड़ी भीड़ उमड़ पड़ी है। मुखिया प्रतिनिधि सुभाष यादव, पैक्स अध्यक्ष धनंजय यादव, डा. मनोज यादव, लक्ष्मी मेहता, संतोष यादव, मंटू यादव, गोलू कुमार आदि सतसंग ने सत्संग को सफल बनाने में अहम योगदान दिया।

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