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    भारत कैसे पहुंचा था बांग्लादेशी युवक और बिहार में किसने दी पनाह? सामने आई चौंकाने वाली जानकारी

    Updated: Mon, 07 Oct 2024 01:42 PM (IST)

    बिहार के अररिया में एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है जो पिछले तीन सालों से भारत में नवाब नाम से रह रहा था। उसने पद्मा नदी पार करके भारत में घुसपैठ की थी और पश्चिम बंगाल होते हुए अररिया के मरंगी टोला में आकर बस गया था। उसने यहां एक स्थानीय महिला से शादी भी कर ली थी। पुलिस की जांच में उसकी असली पहचान सामने आई है।

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    जागरण संवाददाता, अररिया। अररिया की रामपुर कोदरकट्टी पंचायत के मरंगी टोला वार्ड नंबर-11 में पहचान छिपाकर रह रहा बांग्लादेशी युवक नवाब 2018 में ही भारत आ गया था। भारत में घुसपैठ के लिए उसने नाव पद्मा नदी पार किया।

    इसके बाद पश्चिम बंगाल के लालगोला और मुर्शिदाबाद होते हुए कटिहार के सेमापुर थाना क्षेत्र स्थित दुर्गापुर सुखासन में खाला (मौसी) आनवारी के यहां पनाह लिया था। यहां से वह भुवनेश्वर और चेन्नई में मजदूरी के लिए जाया करता था। खाला ने अररिया के मरंगी टोला में ब्याही अपनी बेटी के गांव में ही उसकी भी शादी करा दी।

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    शादी के बाद से वह अररिया में ही रहने लगा। डेढ़ महीना पहले ही वह चेन्नई से मजदूरी कर लौटा था। उसने पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन दिया था। पुलिस की जांच में उसकी जालसाजी पकड़ी गई। पता चला कि नवाब मूलरूप से बांग्लादेशी है।

    पिछले तीन वर्षों से मरंगी टोला में नवाब नाम से रह रहा था युवक

    वह बांग्लादेश के चपाई नवाबगंज जिले के वार्ड सात देवी नगर ग्राम का रहने वाला है। वहां उसका नाम हाकिम (24) पु्त्र अंसार अली है। वह पिछले तीन वर्षों से मरंगी टोला में नवाब नाम से रह रहा था। उसने यहां स्थानीय निवासी मुश्ताक अहमद की पुत्री रंगीला खातून से निकाह भी कर लिया था।

    थानाध्यक्ष मनीष कुमार रजक के बयान पर शनिवार को नगर थाना में नवाब उर्फ हाकिम के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया गया। कांड संख्या 521/24 दर्ज किया गया। पुलिस के पूछताछ में उसने बताया है कि वह यहां राजमिस्त्री का काम करता था। यहां उसका मन यहां लग गया।

    इस कारण शादी करके बस गया। उसे एक दस माह की बेटी है और पत्नी गर्भवती है। मां बेगम मनेरा ने नवाब को पत्नी और बच्चे के साथ बांग्लादेश बुलाया था। इसकी कारण पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन दिया था। 

    पहचान पत्र बनाने में जालसाजी

    नवाब का आधार कार्ड 26 मार्च 22 को जारी हुआ है। इसमें उसका नाम-पता नवाब, पिता मो. सुभान अली (चचेरा ससुर) मरंगी टोला वार्ड 11, रामपुर कोदरिया, अररिया दर्ज है। वहीं, वोटर कार्ड 23 अगस्त 24 को डाउनलोड किया गया है। इस पर नाम नवाब है और पिता की जगह पत्नी रंगीला खातून अंकित है।

    पत्नी रंगीला खातून का वोटर कार्ड भी 23 अगस्त 24 का डाउनलोड है। उसकी मौसी की मृत्यु हो चुकी है। उन्हें तीन बेटा मनिरूल, सुखनार और मिराज है। मरंगी में उसकी मौसेरी बहन मरजीना की शादी भीकू से हुई है।

    नवाब का द पीपुल रिपब्लिक ऑफ बांग्लादेश नेशनल कार्ड भी बना हुआ है, जिस पर जन्मस्थान चपत नवाबगंज अंकित है। 

    इस संबंध में फारनर रजिस्ट्रेशन आफिस, कोलकाता सेट्रल कमांड को सूचित किया जाएगा। आरोपित नवाब ने चचेरे ससुर सुभान को पिता बनाकर अवैध तरीके से आधार एवं वोटर कार्ड बनवाया है। उसके पास से बांग्लादेशी नागरिक होने का प्रमाणिक साक्ष्य भी मिला है। उसके विरुद्ध अवैध तरीके से भारत में आकर रहने तथा फर्जी तरीके से वैध कागजात बनाने के संदर्भ में वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। इसमें अन्य लोगों की संलिप्तता की भी जांच की जाएगी। जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।- अमित रंजन, एसपी, अररिया