भारतवर्ष त्याग और बलिदान की भूमि है
अररिया। बिहार बाल मंच फारबिसगंज के द्वारा रामलाल उच्च विद्यालय डाक हरिपुर में वीरांगना
अररिया। बिहार बाल मंच फारबिसगंज के द्वारा रामलाल उच्च विद्यालय डाक हरिपुर में वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की जयंती मनाई गई। जिसमें पंचायत के विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया। रानी लक्ष्मीबाई के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पण के पश्चात कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हेमंत यादव शशि, हर्ष नारायण दास और विनोद कुमार तिवारी ने बच्चों को संबोधित करते हुए बताया कि भारत वर्ष त्याग और बलिदान की भूमि है। यहां जितना त्याग पुरुषों ने किया उतना ही किसी ना किसी रूप में नारियों ने भी की। ऐसी ही आदर्श नारियों में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई अग्रगण्य हैं। स्वतंत्रता संग्राम का श्रीगणेश लक्ष्मीबाई के कर कमलों से संपन्न हुआ था। और इस पवित्र यज्ञ में प्रथम आहूति भी उन्होंने ही थी। वक्ताओं ने कहा कि लक्ष्मीबाई के पिता का नाम मोरोपंत और माता का नाम भागीरथी था। सन 1835 में इनका जन्म हुआ था और नाम मनुबाई रखा गया था। जो कालांतर में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई बनी। इस अवसर पर आयोजित देशभक्ति गीतों कार्यक्रम में भाग लेने वाले बच्चों- हर्षिता, कोमल, सुहानी, मनीषा, मौसम, वेदिका, मयुराक्षी, सुष्मिता, नगमा, वर्षा, निम्मी, ऋतु, अनिकेत, सादिया, साजियां, जूली, आसमां, गजाला, हीना, शमां, सानिया, साकिब, दानिश आदि को आयोजक संस्था की ओर से प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किया गया।
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