जिले में आंगनबाड़ी सेविका के 105 पद हैं रिक्त
जागरण संवाददाता अररिया। समाहरणालय स्थित आत्मन सभाकक्ष में आइसीडीएस के कार्यों की उपलब्धि ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, अररिया। समाहरणालय स्थित आत्मन सभाकक्ष में आइसीडीएस के कार्यों की उपलब्धि एवं प्रगति को लेकर सभी बाल विकास परियोजनाओं पदाधिकारी एवं संबंधित पदाधिकारी के साथ समीक्षात्मक बैठक डीएम प्रशांत कुमार सीएच की अध्यक्षता में हुई। बैठक में आंगनबाड़ी केंद्र के संचालन की स्थिति, रिक्तियों के विरुद्ध सेविका एवं सहायिका चयन की स्थिति, मनरेगा अंतर्गत आंगनवाड़ी केंद्र भवन निर्माण की स्थिति एवं चिन्हित की गई भूमि के लिए खोले गए अभिलेख की स्थिति, बीएडीपी योजना अंतर्गत आंगनवाड़ी केंद्र भवन निर्माण की स्थिति, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं महिला पर्यवेक्षिका द्वारा आनलाइन निरीक्षण की स्थिति, पोषण अभियान तथा पीएमएमवीवाई एवं एमकेयूवाई की गहन समीक्षा की गई। इस दौरान जिला प्रोग्राम पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले में कुल कार्यरत आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या 2717 है जिसमें कुल कार्यरत आंगनबाड़ी सेविकाओं की संख्या 2706 तथा सहायिकाओं की संख्या 2608 हैं। जिले में सेविका के 105 तथा सहायिका के 142 पद रिक्त हैं। इसी प्रकार जिले में कुल 42 महिला पर्यवेक्षिका के पद रिक्त हैं। बताया गया कि मनरेगा अंतर्गत 27 आंगनवाड़ी केंद्र भवन का निर्माण कराया जा रहा है। जिसमें 02 आंगनवाड़ी केंद्रों में जमीन विवाद एवं 08 में अन्य तकनीकी कारणों को लेकर कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है। 06 आंगनवाड़ी केंद्रों का कार्य पूर्ण कर हस्तांतरित किया जा चुका है।शेष आंगनवाड़ी केंद्रों में कार्य प्रारंभ है। मनरेगा अंतर्गत चयनित की गई भूमि के अभिलेख संधारण की समीक्षा के दौरान बताया गया कि कुल चिन्हित 89 भूमि में अब तक 30 भूमि का अभिलेख खोला गया है। बैठक के दौरान जिलाधिकारी द्वारा सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि बीएडीपी एवं मनरेगा के तहत नएआगनबाडी केंद्र निर्माण तथा जमीन की उपलब्धता हेतु संबंधित अंचलाधिकारी से समन्वय बनाकर जमीन का अभिलेख जिला द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप हर हालत में करना सुनिश्चित करें। आंगनबाड़ी केंद्रों पर नियमित रूप से बच्चों को भोजन मीनू के अनुसार तथा नियमित रूप से आगनबाडी केंद्र का संचालित कराने का निर्देश दिया गया तथा बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने एवं मातृत्व वंदना योजना के निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए सभी सीडीपीओ एवं एल एस को इसका गहन प्रचार प्रसार कराने का निर्देश दिया गया ।ताकि अधिक से अधिक योग्य लाभुकों को इसका लाभ मिल सके। सभी सीडीपीओ को पोषण पकवाड़ा स्टांल के माध्यम से पिछड़ा क्षेत्रों के आंगनबाड़ी केंद्र पर तैयारी करने का निर्देश दिया गया। नियमित रूप से आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण करने की हिदायत दी गई। समीक्षा के दौरान पाया गया कि सीडीपीओ नरपतगंज जोकीहाट रानीगंज पलासी एवं भरगामा की उपलब्धि संतोषजनक नहीं पाया गया। इसे गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि यदि अगली बैठक तक कार्य प्रगति संतोषजनक नहीं पाए जाने पर विभागीय कार्रवाई करने की हिदायत दी गई। बैठक में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आइसीडीएस सीमा रहमान एवं सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी तथा संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे

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