भागवत कथा यज्ञ के चौथे दिन नर नारायण की कथा व भक्त प्रह्लाद की महिमा का किया वर्णन
- भागवत कथा ज्ञान यज्ञ को लेकर बड़ी संख्या में लगा रहा श्रद्धालुओं का तांता। - आगामी 30 अप्रैल त

- भागवत कथा ज्ञान यज्ञ को लेकर बड़ी संख्या में लगा रहा श्रद्धालुओं का तांता।
- आगामी 30 अप्रैल तक शिव मंदिर प्रांगण में आयोजित होगी भागवत कथा ज्ञान यज्ञ।
फोटो 27 एआरआर 26
संवाद सूत्र, फारबिसगंज (अररिया) :-
फारबिसगंज के शिव मंदिर सुलतान पोखर में आयोजित सात दिवसीय भागवत कथा के चोथे दिन की कथा में अयोध्या धाम से पधारे आचार्य श्री भूपेन्द्र रामानुज जी ने बद्रीनाथ धाम में नर नारायण की कथा भगवान नरसिंह अवतार और भक्त प्रह्लाद के उपर कृपा विस्तार से चर्चा की। कथावाचक ने देवासुर संग्राम और भगवान् श्री राम के अवतार पर प्रकाश डाला। अन्त में श्री कृष्ण के जन्म की कथा में बताया। उन्होंने बताया कि कंस के दुराचार से मथुरा वासी त्रस्त थे। उस समय भगवान् अपने भक्तों की रक्षा के लिए कंस के कारागार में बन्द वसुदेव और देवकी के गर्भ से अवतार धारण कर पूरे ब्रज से आततायी कंस के अत्याचार से छुटकारा दिलाया। आचार्य ने कहा कि अगर मां यशोदा ना होती तो कृष्ण भी ना होते। ब्रज में अपनी बाल लीला से गोप गोपीयों को ईश्वर प्रेम का सच्चा ज्ञान दिया। आचार्य के साथ अयोध्या धाम से आए आशुतोष, दीपक, अनुपम, रविकांत, आदर्श, शिवलोचन ने मीठे भजनो से ऐसा समा बांधा मानो पुरा गोकुल वृन्दावन उतर आया हो। महिलाओ की भीड़ नन्द के आनन्द भयो जय कन्हैया लाल की..भजन पर बधाई देने की होड़ मच गई। आयोजन समिति के अभय सिन्हा ने कहा कि आज के मुख्य यजमान विवेक सिखवाल और श्री मति सरिता सिखवाल है। आयोजन को सफल बनाने मे पूनम पांडिया, सुनील अग्रवाल, सन्तोष भगत, भीमा रजक, विनोद पटेल, सुशील, प्रसाद वितरण के लिए महिलाओ में रश्मि, रेखा, मंजू पांडिया, मेधा खुश्बू आदि ने काफी सक्रिय भूमिका निभाई है।
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