अररिया-गलगलिया रेल लाइन निर्माण में देरी पर शख्त दिखे डीएम
- जिलाधिकारी ने कहा-मुर्गा बांग नहीं देगा तो मॉर्निंग नहीं के मिथक से बाहर निकलें अधिका
- जिलाधिकारी ने कहा-मुर्गा बांग नहीं देगा तो मॉर्निंग नहीं के मिथक से बाहर निकलें अधिकारी
- सरकारी अमीन नहीं मिलने पर प्राइवेट अमीन से कार्य जल्द पूरा करने का दिया गया निर्देश।
- बैठक में एनएफ रेलवे, कृषि, भवन निर्माण, मत्स्य विभाग के अधिकारी थे मौजूद।
संवाद सूत्र, अररिया- डीएम बैद्यनाथ यादव की अध्यक्षता में कार्यालय कक्ष में सोमवार को अररिया गलगलिया रेल लाइन की अद्यतन प्रगति को लेकर समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें एनएफ रेलवे, वन विभाग, कृषि विभाग, भवन निर्माण और मत्स्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे। बैठक को संबोधित करते हुए डीएम ने सरकारी अमीनों की कमी के कारण परियोजना के कार्य बाधित होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि मुर्गा बांग नही देगा तो मॉर्निग नहीं होगा के मिथक से अधिकारियों को बाहर निकलना पड़ेगा। सरकार की यह महत्वकांक्षी योजना है अगर सरकारी अमीन नही मिलते है तो सहमति उपरांत निजी अमीनों से कार्य को पूरा कराया जाए। मगर किसी भी प्रकार से कार्य बाधित नही होना चाहिए। बैठक में एनएफ रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा जगह- जगह जमीन को उपलब्ध कराया जा रहा है मगर अग्रतर निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए कम से कम 15 किलोमीटर सीधी जमीन की आवश्यकता है जिस पर डीएम ने संज्ञान लेते हुए मौजूद अधिकारियों को जमीन चिन्हित करने का निर्देश दिया गया। डीएम ने भू अर्जन पदाधिकारी मुकुल कुमार मुकेश को निर्देश देते हुए कहा कि वन विभाग, कृषि विभाग, मत्स्य विभाग, भवन निर्माण विभाग, और अन्य विभागों के साथ बैठक कर जल्द से जल्द प्राक्कलन तैयार कर ले ताकि जल्द से जल्द अररिया गलगलिया रेल लाइन के कार्य को पूरा किया जा सकें। गौरतलब है कि जिले की महात्वाकांक्षी रेल परियोजना अररिया गलगलिया रेल लाइन के लिए पांच नवंबर 2018 को भूमि अधिग्रहण की अधिघोषण की गई थी और गजट का प्रकाशन दिसंबर 2018 में किया गया था। जिसके बाद जिला प्रशासन अररिया द्वारा जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है और बैजनाथपुर व हृदयपुर गांव में 37.51 एकड़ सहित कई एकड़ जमीन एनएफ रेलवे कटिहार को दिया गया है। जबकि अररिया-गलगलिया रेल परियोजना के निर्माण के लिए कुल 37 गांवों में 660 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाना है जिसके लिए जिले के अधिकारी लगातार प्रयासरत है। बैठक में एडीएम अनिल कुमार ठाकुर और एनएफ रेलवे कटिहार के अधिकारी सहित, मत्स्य, कृषि, भवन और वन विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
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