सनफिक्स बना नशे का नया साधन
कुर्साकाटा (अररिया), संसू: पहले वेलियम टेन टेबलेट, फिर कोरेक्स कफ सीरप, फोर्टवीन इंजेक्शन और अब सनफिक्स का प्रयोग नशे का नया साधन बनाया है प्रखंड क्षेत्र के युवाओं ने। खास बात ये कि सनफिक्स के आदी युवाओं के अलावा मासूम भी तेजी से हो रहे हैं। मेडिकल दुकानों में बिना डाक्टर के पर्ची के नशे की दवाइयां व इंजेक्शन नही मिलने के कारण नशेड़ी युवा व मासूमों ने सनफिक्स को अपना प्रिय नशा बना लिया है।
क्या है सनफिक्स: सनफिक्स एक तरीके का गोंद है। इससे प्लास्टिक का सामान, कागज व करंसी नोट, जूते-चप्पल व अन्य कई घरेलू सामानों के टूटने या फटने पर उन्हें मरम्मत कर उपयोग के लायक बनाया जाता है।
कहां-कहां मिलता है सनफिक्स: सनफिक्स मुख्यत: पान की दुकान, जनरल स्टोर व किताब की दुकानों पर पांच से छह रुपये में आसानी से मिल जाता है।
कैसे किया जाता है सनफिक्स का सेवन: सनफिक्स को युवा वर्ग व मासूम प्लास्टिक पर उड़ेलकर दोनो हाथों से उसे उठाकर नाक के सामने लाकर उसे सूंघकर व पावरोटी तथा बिस्कुट में मिलाकर उसका सेवन करते हैं।
इस संबंध में पूछने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कुर्साकांटा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. ओमप्रकाश मंडल ने कहा कि चूंकि सनफिक्स एक गोंद है। इसके सेवन से आंत के अल्सर इंस्टेंटाइनल अल्सर का खतरा रहता है। इसके सेवन से आंत पर काफी कुप्रभाव पड़ता है तथा आंत के क्षतिग्रस्त होने का खतरा बढ़ जाता है। इस बाबत पूछने पर ड्रग इंस्पेक्टर उदय बल्लभ ने बताया कि उन्हें ऐसी सूचना मिली है कि युवा वर्ग सनफिक्स का सेवन कर रहे हैं। लेकिन यह मामला उनके कार्य क्षेत्र से बाहर है। इसलिए वे इस दिशा में कोई कार्रवाई नही कर सकते हैं।
प्रखंड क्षेत्र के बुद्धिजीवियों ने जिला प्रशासन से इस ओर ध्यान देने व युवाओं तथा मासूमों की जिंदगी बर्बाद होने से बचाने की मांग की है।
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