मुशहर व भुईया जाति को मिले अनुसूचित जनजाति का दर्जा
अररिया: राष्ट्रीय मुशहर व भुईया विकास परिषद के तत्वावधान में रविवार को टाउन हाल अररिया में एक दिवसीय
अररिया: राष्ट्रीय मुशहर व भुईया विकास परिषद के तत्वावधान में रविवार को टाउन हाल अररिया में एक दिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित की गयी। जिसका उद्घाटन परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष उमेश मांझी एवं महादलित आयोग के पूर्व अध्यक्ष उदय मांझी ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि मुशहर एवं भुईया जाति को अनुसूचित जनजाति में सम्मिलित किया जाय। यदि सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है तो वे लोग एकजुट होकर अपने अधिकार की लड़ाई लड़ने के लिए मजबूर हो जाएंगे। सम्मेलन में अध्यक्ष ने मुशहर एवं भुईया जाति के प्रत्येक परिवारों को पांच एकड़ खेती की जमीन तथा 20 हजार आबादी वाले अनुमंडल में ऐसे जातियों के लिए आवासीय विद्यालय खोलने की मांग की।
वहीं सम्मेलन को संबोधित करते पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि लोकतंत्र में वोट का बहुत महत्व है। आज तक ऐसे जातियों को केवल वोट के लिए ही प्रयोग किया जाता रहा है, लेकिन अब ऐसा नही होगा। मुशहर एवं भुईया जाति को भी उनका अधिकार देना होगा। उन्होंने बताया कि देश में ऐसे जातियों की संख्या एक करोड़ से अधिक है। बावजूद ऐसे जातियों को आज तक उनका पूर्ण अधिकार नहीं मिल पाया है। सम्मेलन की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष भरत ऋषिदेव ने की। जबकि मंच संचालन किशनगंज के जिला अध्यक्ष मुकेश मांझी ने किया। सम्मेलन को कटिहार के जिप सदस्य सत्यनारायण ऋषिदेव, विनोद ऋषिदेव, वकील सादा, लक्ष्मीकांत ऋषिदेव, सुदामा ऋषिदेव, संतोष ऋषिदेव, अशोक ऋषिदेव, आदि ने संबोधित किया। सम्मेलन में बड़ी संख्या में मुशहर व भुईया जाति के लोगों ने भाग लिया।
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