Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कुछ देशों में गाड़ियां लेफ्ट तो कुछ में राइट क्यों चलती हैं? कौन सा सिस्टम ज्यादा सुरक्षित?

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 05:17 PM (IST)

    आपने कार बस या ट्रक में सफर करते समय ध्यान दिया होगा कि ड्राइवर की सीट सड़क के विपरीत दिशा में होती है। भारत में गाड़ियाँ बाईं तरफ चलती हैं इसलिए ड्राइवर दाईं ओर बैठता है। वहीं अमेरिका जैसे देशों में यह विपरीत है। सदियों पहले लोग बाईं ओर इसलिए चलते थे। फ्रांस ने 1792 में नागरिकों को दाईं ओर ड्राइव करने के लिए प्रोत्साहित किया।

    Hero Image
    ड्राइवर सीट की दिशा क्यों होती है यह सड़क के विपरीत?

    ऑटो डेस्क, नई दिल्‍ली। आपने कभी न कभी कार, बस या ट्रक में सफर किया होगा। इस दौरान आपने एक चीज को नोटिस किया होगा कि ड्राइवर की सीट उस सड़क के विपरीत तरफ होती है, जिस पर गाड़ी चल रही होती है। इसे आप इस तरह से भी समझ सकते हैं कि भारत में गाड़ियां बाई तरफ (Left Side) चलती है, इसलिए ड्राइवर की सीट दाईं ओर (Right Side) होती है। वहीं, इसके विपरीत संयुक्त राज्य अमेरिका और अधिकांश यूरोप जैसे देशों में, गाड़ियां दाईं ओर चलती हैं और ड्राइवर की सीट बाईं तरफ होती है। आइए जानते हैं कि ऐसा क्यों है? साथ ही यह भी जानते हैं कि ड्राइविंग करने का कौन-सा सिस्टम ज्यादा सुरक्षित है। आइए लेफ्ट और राइट-साइड ड्राइविंग की ऐतिहासिक जड़ों और सुरक्षा प्रभावों को जानें।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    लेफ्ट-साइड ड्राइविंग का ऐतिहासिक कारण

    बाई तरफ गाड़ी चलाने का सिस्टम सदियों पुराना है। प्राचीन काल में, जब लोग घोड़े पर या गाड़ियों में यात्रा करते थे, तो वे आम तौर पर सड़क के बाईं ओर ही रहती थी। ऐसा इसलिए था क्योंकि ज्यादातर लोग दाएं हाथ से काम करने वाले (Right-handed) होते हैं, और बाईं ओर सवारी करने से वे विपरीत दिशा से आने वाले किसी व्यक्ति से अपने दाहिने हाथ में हथियार से आसानी से अपनी रक्षा कर सकते थे। यह सिस्टम बग्घियों के युग में और अंततः मोटर वाहनों में भी जारी रही। भारत जैसे देश, जो कभी ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के अधीन थे, ने इस लेफ्ट-साइड ड्राइविंग परंपरा को बनाए रखा।

    राइट-साइड ड्राइविंग का सिस्टम

    1792 में फ्रांसीसी क्रांति के बाद राइट-साइड ड्राइविंग को बढ़ावा मिला, जब फ्रांस ने नागरिकों को सड़क के दाईं ओर ड्राइव करने के लिए प्रोत्साहित करना शुरू किया। यह सिस्टम धीरे-धीरे पूरे महाद्वीपीय यूरोप में फैल गई और बाद में, अन्य देशों ने भी इसका पालन किया। उदाहरण के लिए, स्वीडन ने 1967 में राइट-साइड ड्राइविंग को अपनाया, जिसका मुख्य कारण यह था कि राइट-ड्राइविंग देशों से आयात की जाने वाली कारों की संख्या बढ़ रही थी।

    कौन-सा ड्राइविंग सिस्टम ज्यादा सुरक्षित?

    • आज दुनिया के अधिकांश देश सड़क के दाईं ओर गाड़ी चलाते हैं, लेकिन क्या यह वास्तव में लेफ्ट-साइड ड्राइविंग से ज्यादा सुरक्षित है? विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आंकड़ों के अनुसार, जो देश राइट-साइड ड्राइविंग का पालन करते हैं, वहां लेफ्ट-साइड ड्राइविंग वाले देशों की तुलना में सड़क मृत्यु दर कम होती है। एक अध्ययन तो यह भी बताता है कि राइट-साइड ड्राइविंग से यातायात दुर्घटनाओं में 40% तक की कमी आ सकती है। इसका कारण सड़क डिजाइन, वाहन निर्माण मानक और यातायात प्रवाह पैटर्न जैसे कारक हो सकते हैं, जो अब वैश्विक बाजारों में काफी हद तक राइट-ड्राइविंग प्रणाली के साथ संरेखित हैं।
    • हालांकि दोनों सिस्टम प्रभावी ढंग से काम करती हैं, लेकिन आधुनिक रिसर्च से पता चलता है कि जब सुरक्षा की बात आती है, तो राइट-साइड ड्राइविंग को थोड़ी बढ़त मिल सकती है। फिर भी, उचित बुनियादी ढांचे, नियमों के पालन और जागरूकता के साथ, सड़क सुरक्षा सड़क के किनारे से ज्यादा ड्राइवर के व्यवहार पर निर्भर करती है।