पिछले साल के मुकाबले टू-व्हीलर्स की डिमांड घटी, कॉमर्शियल व्हीकल्स की डिमांड बढ़ी: इक्रा
रेटिंग एजेंसी इक्रा द्वारा एक सर्वेक्षण किया गया है। इससे पता चलता है कि ऑटोमोबाइल डीलरशिपों पर दोपहिया वाहनों की मांग काफी कम है और कॉमर्शियल वाहनों की मांग पिछले साल की तुलना में बढ़ी है। तो आइए जानते हैं कि आखिर इस सर्वेक्षण का क्या रिजल्ट सामने आया है।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। रेटिंग एजेंसी इक्रा द्वारा ऑटोमोबाइल डीलरशिप पर किए गए एक सर्वेक्षण से पता चला है कि दोपहिया वाहनों की मांग कम है, जबकि यात्री और वाणिज्यिक वाहनों की मांग पिछले साल की तुलना में काफी ज्यादा है। ऑटोमोबाइल डीलरशिप इंडस्ट्री को हाल के दिनों में कई प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ा है। इस सर्वेक्षण से पता चलता है कि दोपहिया की मांग में कमी और यात्री वाहनों (PV) की बिक्री में वृद्धि हुई है। वहीं, ट्रैक्टर सेगमेंट में भी वृद्धि सीमित हुई है।
22 डीलरों का हुआ सर्वेक्षण
ऑटोमोबाइल डीलरों के ऑन-ग्राउंड सर्वेक्षण के मुताबिक अलग-अलग सेगमेंट के लिए मौजूदा मांग और आपूर्ति को समझने के लिए इक्रा ने ग्रामीण, शहरी और मेट्रो क्षेत्र में एक सर्वे किया। इक्रा ने कहा कि उसने पीवी टू-व्हीलर, वाणिज्यिक वाहनों और ट्रैक्टरों में काम करने वाले 22 डीलरों का सर्वेक्षण किया है।
पीवी और सीवी सेगमेंट में वृद्धि
इस सर्वेक्षण में दोपहिया डीलरों के 80 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने संकेत दिया कि मांग पिछले साल की तुलना में कमजोर बनी हुई है। स्कूटर्स की मांग प्रभावित हुई हैं। हालांकि, यात्री वाहनों की खुदरा मांग अच्छी बनी हुई है और दो साल की मंदी के बाद वाणिज्यिक वाहनों की मांग में भी सुधार हो रहा है। अध्ययन में सामने आया कि लगभग 53 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने संकेत दिया कि पीवी और सीवी सेगमेंट में मांग पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर है।
इक्रा ने कहा कि ऑटोमोबाइल उद्योग आपूर्ति की कमी से जूझ रहा है, क्योंकि सेमीकंडक्टर की कमी ने वाहन उत्पादन को प्रभावित किया है। आपूर्ति पक्ष की बाधाओं के कारण पीवी सेगमेंट सबसे अधिक प्रभावित था, क्योंकि मांग आपूर्ति से अधिक हो गई थी।
सेमीकंडक्टर की उपलब्धता में कितना सुधार हुआ?
हालांकि, पिछले कुछ महीनों में सेमीकंडक्टर उपलब्धता में क्रमिक आधार पर सुधार हुआ है। सर्वेक्षण के लगभग 41 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने संकेत दिया कि हाल के महीनों में डीलरशिप सेगमेंट में आपूर्ति की स्थिति में सुधार देखा गया है, जबकि 27 प्रतिशत ने बताया कि आपूर्ति बनी हुई है।
आपूर्ति की कमी के कारण डीलरशिप पर प्रतीक्षा अवधि बढ़ गई है और इन्वेंट्री का स्तर कम हो गया है। इक्रा ने कहा कि लगभग 92 प्रतिशत पीवी डीलर उत्तरदाताओं ने संकेत दिया कि आपूर्ति की कमी के कारण पिछले वर्ष की तुलना में प्रतीक्षा अवधि बढ़ गई है।
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