कंपनी का सीईओ नहीं रहा तो टेस्ला का अस्तित्व हो जाएगा खत्म : Elon Musk
बता दें SolarCity के साथ सौदे के दौरान Elon Musk के पास Tesla में लगभग 22% हिस्सेदारी थी। इसका मतलब है कि ईवी निर्माता में उनकी कोई नियंत्रित हिस्सेदारी नहीं थी। वहीं कुछ टेस्ला शेयरधारकों ने आरोप लगाया कि सोलरसिटी सौदे का उद्देश्य उस कंपनी को उबारना था।

नई दिल्ली,ऑटो डेस्क। Tesla Solarcity Update: अमेरिका की वाहन निर्माता कंपनी टेस्ला भारत में इस साल के अंत तक अपने पहले वाहन को लॉन्च करने की योजना बना रही है। हालांकि टेस्ला के सीईओ एलन मस्क सोशल मीडिया पर अपने विवादों से भरे पोस्ट के लिए जानें जाते हैं। मस्क ने कहा कि अगर वह टेस्ला के सीईओ नहीं रहे तो कंपनी का कोई अस्तित्व नहीं रहेगा। इस बात को मस्क ने टेस्ला-सोलरसिटी सौदे में अपनी स्थिति का बचाव करते हुए अदालत से कहा था।
मस्क ने कोर्ट में इस बात पर भी जोर दिया कि कंपनी उनके खुद के पास नहीं, बल्कि बोर्ड के पास है। यूनियन पेंशन फंड्स और एसेट मैनेजर्स द्वारा दायर मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि एलन मस्क ने मजबूत सशस्त्र टेस्ला के निदेशक मंडल को सोलरसिटी के लिए 2.6 बिलियन डॉलर के ऑल-स्टॉक सौदे के साथ कंपनी की संपत्ति को कम करने में मदद की।
जानकारी के लिए बता दें, SolarCity के साथ सौदे के दौरान Elon Musk के पास Tesla में लगभग 22% हिस्सेदारी थी। इसका मतलब है, कि ईवी निर्माता में उनकी कोई नियंत्रित हिस्सेदारी नहीं थी। वहीं कुछ टेस्ला शेयरधारकों ने आरोप लगाया कि सोलरसिटी सौदे का उद्देश्य उस कंपनी को उबारना था, जहां मस्क ने निवेश किया था। टेस्ला के शेयरधारकों ने मुकदमे में दावा किया कि सोलरसिटी में निवेश किए गए पैसे का भुगतान किया जाना चाहिए।
शेयरधारकों ने एलन मस्क पर आरोप लगाया कि टेस्ला के बोर्ड पर सोलरसिटी खरीदने के लिए जोर दिया गया। जबकि यह कंपनी के लिए एक कमजोर सौदा था। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक जज के सामने पेश हुए मस्क ने कहा कि उन्होंने टेस्ला के सीईओ न बनने की बहुत कोशिश की है। "लेकिन मुझे या स्पष्ट रूप से टेस्ला की फ्रिक है," मस्क ने जज से आगे कहा अन्य टेस्ला बोर्ड के सदस्य और टेस्ला-सोलरसिटी सौदे में शामिल लोग मंगलवार को गवाही देंगे।"
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