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बैटरी डेड होने से लॉक हुई Tesla की कार! ठीक कराने में खर्च इतना कि आ जाएगी नई थार, जानें क्या है पूरा मामला

Tesla कारों को सबसे बेस्ट ऑटोमेटेड इलेक्ट्रिक कारों के रूप में जाना जाता है। लेकिन हाल में ऐसे घटना सामने आई है जिसमें एक कार मालिक को इसके पूरी तरह से लॉक हो जाने की वजह से काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा।

By Sonali SinghEdited By: Published: Tue, 27 Sep 2022 12:33 PM (IST)Updated: Tue, 27 Sep 2022 12:33 PM (IST)
बैटरी डेड होने से लॉक हुई Tesla की कार! ठीक कराने में खर्च इतना कि आ जाएगी नई थार, जानें क्या है पूरा मामला
Tesla Model S locked due to Battery Dead Issue

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Tesla Model S: इलेक्ट्रिक ऑटोमेटेड कारों में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली टेस्ला की कारें रखना हर किसी की चाहत होती है, पर क्या आपको पता है कि कभी-कभी ये इलेक्ट्रिक कारें बड़ी मुसीबत भी बन जाती है। ऐसा ही हुआ कनाडा के एक टेस्ला मालिक के साथ जब उसकी कार बैटरी के डेड हो जाने पर लॉक हो गई। अपनी परेशानी की स्थिति को कार ओनर ने एक विडियो जारी कर बताया, जिसमें कार के लॉक हो जाने की वजह से इसे चला पाना तो दूर, खोल पाना भी नामुमकिन था।

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क्या है घटना?

जानकारी के मुताबिक, मारियो जेलया कनाडा के रहने वाले हैं और उन्होंने 2013 में टेस्ला मॉडल एस इलेक्ट्रिक कार को खरीदा था। वे समय-समय पर इस कार की सर्विसिंग करवाते रहते हैं, लेकिन अब इसकी बैटरी खत्म हो गई है, जिससे कार लॉक हो गई। इसके लिए जेलया ने कंपनी से इसे बदलने को कहा, लेकिन कंपनी ने नई बैटरी के लिए भुगतान करने से इनकार कर दिया है।

वहीं, जेलया ने कार को ठीक नहीं कराने का विकल्प चुना है, क्योंकि बैटरी को बदलने की लागत इतनी है कि इस कीमत पर आप भारत में एक नई थार (Thar SUV) को खरीद सकते हैं। जी हां, टेस्ला ने उसे बताया कि बैटरी बदलने की लागत 26,000 डॉलर (लगभग 15.53 लाख रुपये) होगी। यह कार की कुल लागत का लगभग 40 से 50 प्रतिशत है।

Tesla ने इस वजह से किया इनकार

जेलया ने नई बैटरी के लिए भुगतान करने के लिए टेस्ला से बात की है, जिसमें टेस्ला ने बैटरी बदलने से इनकार  कर दिया है। कंपनी के मुताबिक, गाड़ी में खराबी का पता इसके वारंटी खत्म होने के बाद पता चला है। इस वजह से कार मालिक को खुद ही बैटरी का रिपेयरिंग कॉस्ट देना होगा। जेलया का दावा है कि कार के डिजाइन की खराबी के कारण बैटरी पैक जल्दी खत्म हो गया और गाड़ी को कवर करते समय ही समस्या शुरू हो गई थी। 

जांच में है पूरा मामला

फिलहाल जेलया के मुताबिक, यह पूरा मामला ट्रांसपोर्ट कनाडा के पास है और वह खुद इस मुद्दे की जांच कर रहा है। जेलया ने अपने वीडियो में बताया कि एक स्टैंडर्ड बैटरी की वारंटी आम तौर पर 8 साल की होती है और वे शुरू से ही कार निर्माता के संपर्क में थे। हालांकि, अब टेस्ला इस बात को दबा देने की कोशिश कर रही है और उन्हें इस बारे में कोई स्पष्टीकरण नहीं दें रही है कि बैटरी क्यों डेड हो गई।

दूसरी तरफ, राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात सुरक्षा प्रशासन के अनुसार, अमेरिका में इस मुद्दे के लिए कोई जांच नहीं चल रही है और यह देखना अभी बाकी है कि प्रशासन कोई कार्रवाई करने के करीब है या नहीं।

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