Tata अगले 5 साल तक इलेक्ट्रिक कारों के लिए नहीं बनाएगी अलग प्लेटफॉर्म
Tata Motors भारत में फिलहाल इलेक्ट्रिक कार बेचती है और ज्यादातर कारें सरकारी स्वामित्व वाले EESL के ऑर्डर पर सप्लाई की जाती हैं
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। Tata Motors अगले कुछ सालों में इलेक्ट्रिक वाहनों के कई मॉडल लॉन्च करने जा रही है। कंपनी इन्हें सरकार और फ्लीट ऑनर्स के साथ-साथ निजी उपभोक्ताओं के लिए भी उपलब्ध कराएगी। ऐसे में कंपनी ने साफ कहा है कि वह इलेकट्रिक वाहनों के लिए अलग प्लेटफॉर्म डेवलप नहीं करेगी। कंपनी ने यह जानकारी खुद जिनेवा इंटरनेशनल मोटर शो के दौरान टाटा मोटर्स के इलेक्ट्रिक मोबिलिटी बिजनेस के प्रेसिडेंट शैलेश चंद्रा ने दी है।
Tata Motors भारत में फिलहाल इलेक्ट्रिक कार बेचती है और ज्यादातर कारें सरकारी स्वामित्व वाले EESL के ऑर्डर पर सप्लाई की जाती हैं। इसके अलावा कंपनी देशभर में 20 से 25 जगहों पर इलेक्ट्रिक वाहन बेचने की योजना भी बना रही है।
शैलेश के मुताबिक टाटा मोटर्स अलगे पांच सालों तक इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए अलग प्लेटफॉर्म विकसित करने की संभावना नहीं देख रही है। पेट्रोल-डीजल इंजन के लिए मौजूद अल्फा प्लेटफॉर्म पर ही इलेक्ट्रिक वाहन बनाए जाएंगे, जिसके बाद कुछ वर्षों में सराकर, फ्लीट और निजी उपभोक्ताओं के लिए भी इलेक्ट्रिक कारें उतारी जाएंगी। कैब एग्रिगेटर फ्लीट के लिए कंपनी टिगोर जैसे प्रोडक्ट उतारेगी और निजी उपभोक्ताओं के लिए बेहतर परफॉर्मेंस और नई टेक्नोलॉजी के प्रोडक्ट लाएगी। अल्फा प्लेटफॉर्म पर जो भी कार तैयार होगी उसका इलेक्ट्रिक मॉडल भी उतारा जाएगा।
Tata ने जिनेवा मोटर शो में अपने प्रीमियर हैचबैक अल्ट्रोज का इलेक्ट्रिक वर्जन पेश किया और कंपनी के मुताबिक इसे दो साल में उतारा जाएगा। इतना ही नहीं अल्ट्रोज के आने से पहले कंपनी और नए इलेक्ट्रिक वाहनों की घोषणा कर सकती है।
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