Suzuki Fronx के सेफ्टी इमेज पर बड़ा झटका, ANCAP क्रैश टेस्ट में मिली केवल 1-स्टार सेफ्टी रेटिंग
Suzuki Fronx को ANCAP क्रैश टेस्ट में सिर्फ 1-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है। टेस्ट के दौरान रियर सीट बेल्ट फेल होने से पीछे बैठे यात्री की सुरक्षा पर गं ...और पढ़ें

Suzuki Fronx को ANCAP में सिर्फ 1-स्टार सेफ्टी रेटिंग।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। भारत में बनी Suzuki Fronx का ऑस्ट्रेलियन NCAP में क्रैश टेस्ट किया गया है। इस क्रैश टेस्ट में इसके नतीजे काफी चिंताजनक सामने आए हैं। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे बाजारों में एक्सपोर्ट होने वाली इस कॉम्पैक्ट SUV को कुल मिलाकर सिर्फ 1-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है। हालांकि इससे पहले Fronx को जापान NCAP में 4-स्टार और ASEAN NCAP में 5-स्टार रेटिंग मिल चुकी है, लेकिन ANCAP टेस्ट में एक गंभीर खामी ने इसकी सेफ्टी इमेज को झटका दिया है।
Suzuki Fronx का ANCAP क्रैश टेस्ट में सेफ्टी स्कोर
Suzuki Fronx को ANCAP क्रैश टेस्ट में अलग-अलग कैटेगरी में स्कोर मिला है।
- एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन (AOP): 48%
- चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन (COP): 40%
- वल्नरेबल रोड यूजर प्रोटेक्शन (VRUP): 65%
- सेफ्टी असिस्ट: 55%
इन स्कोर के आधार पर Fronx की ओवरऑल रेटिंग 1-स्टार पर सीमित रह गई।
Fronx कम स्कोर मिलने के कारण
- ANCAP टेस्ट के दौरान सबसे गंभीर समस्या फुल-विथ फ्रंटल क्रैश टेस्ट में सामने आई। इसमें रियर पैसेंजर सीट बेल्ट का रिट्रैक्टर फेल हो गया, जिससे सीटबेल्ट अचानक ढीली पड़ गई।
- इसका नतीजा यह हुआ कि रियर सीट पर बैठा डमी अनियंत्रित होकर आगे वाली सीट से टकरा गया। टेस्ट में सीने और सिर की सुरक्षा खराब दर्ज की गई।
- ANCAP ने साफ कहा है कि ऐसे सीटबेल्ट फेलियर बहुत दुर्लभ लेकिन बेहद गंभीर होते हैं। इसी वजह से संस्था ने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के वाहन सुरक्षा रेगुलेटर्स को औपचारिक रूप से इसकी जानकारी दी है।
- इतना ही नहीं, ANCAP ने सलाह दी है कि Suzuki द्वारा जांच और सुधार किए जाने तक Fronx की रियर सीट का इस्तेमाल न किया जाए, चाहे वहां वयस्क हों या बच्चे।
बच्चों और रियर पैसेंजर्स के लिए कमजोर सुरक्षा
- Suzuki Fronx का चाइल्ड ऑक्यूपैंट प्रोटेक्शन (COP) स्कोर सिर्फ 40% रहा। इसकी वजह के पीछे के कई कारण है। इसके रियर सीट पर सीटबेल्ट प्री-टेंशनर का न होना। फ्रंटल और साइड इम्पैक्ट टेस्ट में चाइल्ड डमी का ठीक से रेस्ट्रेन न होना।
- ANCAP के मुताबिक बच्चों के सिर और सीने की सुरक्षा खराब से मार्जिनल के बीच रही, जिसके कारण कई टेस्ट में स्कोर कैप कर दिया गया।
- हालांकि Fronx में ISOFIX माउंट और टॉप टेथर पॉइंट दिए गए हैं, लेकिन रियर सीटबेल्ट प्री-टेंशनर, चाइल्ड प्रेजेंस डिटेक्शन सिस्टम की कमी ने इसकी सेफ्टी रेटिंग को और नीचे गिरा दिया।
टेस्ट में शामिल वेरिएंट के सेफ्टी फीचर्स
- Suzuki Fronx के जिन वेरिएंट को ANCAP क्रैश टेस्ट में शामिल किया गया, उनमें कई सेफ्टी फीचर्स है। इन वेरिएंट में ऑटोनोमस इमरजेंसी ब्रेकिंग (AEB), लेन कीप असिस्ट, ब्लाइंट स्पॉट मॉनिटरिंग, स्पीड साइन रिकॉग्नाइशन और अडेप्टिव क्रूज कंट्रोल जैसे फीचर्स दिए गए हैं।
- इन्हीं की बदौलत Fronx को Safety Assist में 55% स्कोर मिला और car-to-car व junction AEB टेस्ट में परफॉर्मेंस अच्छी रही।
- लेकिन कुछ अहम सेफ्टी फीचर्स की गैरमौजूदगी ने ओवरऑल स्कोर को सीमित कर दिया। इसमें AEB हेड-ऑन, सेंटर एयरबैग, रियर सीटबेल्ट प्री-टेंशनर और डायरेक्ट ड्राइवर मॉनिटरिंग सिस्टम जैसे फीचर्स भी थे।
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Suzuki Fronx का भारत में होगा है निर्माण
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में बिकने वाली Suzuki Fronx भारत में बनती है और ग्लोबली एक्सपोर्ट की जाती है। ANCAP ने साफ किया है कि यह 1-स्टार रेटिंग मार्च 2025 के बाद बनी सभी Fronx गाड़ियों पर लागू होती है, जो इन बाजारों में बेची जा रही हैं। ANCAP ने Suzuki से उम्मीद जताई है कि वह सीटबेल्ट फेलियर की जांच करेगी और यह साबित करेगी कि समस्या पूरी तरह ठीक कर दी गई है। तब तक यह रेटिंग बरकरार रहेगी।

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