भारत की ऐसी 10 कारें जिसमें लगे हैं एक ही इंजन, नाम सुनकर रह जाएंगे हैरान!
उदाहरण के तौर पर मारुति सुज़ुकी में ही देखें तो मारुति स्विफ़्ट का 1.2 लीटर पेट्रोल इंजन मारुति की कई अन्य कारों जैसे डिज़ायर बलेनो इग्निस वैगनआर और क ...और पढ़ें

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। इस समय ऑटो इंडस्ट्री के परिदृश्य में किसी एक कार मॉडल के लिए कंपनी का किसी अन्य कार निर्माता से बना हुआ इंजन लेना बहुत आम बात हो गया है। लेकिन इसके बारे में ग्राहकों को ज्यादा जानकारी नहीं होती है। इसलिए आज आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे कारों के बारे में जो एक समान इंजन शेयर करते हैं।
किसी एक कार मॉडल के लिए कंपनी का किसी अन्य कार निर्माता से बना हुआ इंजन लेना बहुत आम बात हो गया है। इसके बहुत सारे उदाहरण है और यह बड़े कार निर्माता कम्पनियों के लिए आम बात है। उदाहरण के तौर पर मारुति सुज़ुकी में ही देखें तो मारुति स्विफ़्ट का 1.2 लीटर पेट्रोल इंजन मारुति की कई अन्य कारों जैसे डिज़ायर, बलेनो, इग्निस, वैगनआर और कई अन्य कारों में लगा होता है। वहीं और भी कई कारें है, जो एक ही इंजन साझा करती हैं।
Tata Harrier और Jeep Compass
Tata Harrier और Jeep Compass दोनों ही 2.0 लीटर मल्टी जेट टर्बो डीज़ल इंजन का प्रयोग करती हैं। इसे इंजन ने बनाया है वही इसे इसे टाटा मोटर्स और जीप इंडिया को अपने-अपने मॉडल में प्रयोग करने के लिए आपूर्ति करता है। टाटा दावा करती है कि उसने हैरियर की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए इंजन को थोड़ा मॉडिफॉई किया है। जबकि इसका इंजन अब भी वही 170 bhp की मैक्सिमम पॉवर और 350 एनएम की पीक टॉर्क जेनरेट करता है।
Fiat के मल्टी जेट डीज़ल इंजन अपनी कार्यक्षमता और विश्वसनीयता के लिए जाना जाता है। यह 2.0 लीटर मल्टी जेट टर्बो डीज़ल इंजन बनावटी तौर पर 1.3 लीटर टर्बो डीज़ल इंजन की तरह है जो कि कुछ वर्ष पहले तक भारत के राष्ट्रीय इंजन के तौर पर जाना जाता था। 1.3 लीटर टर्बो डीज़ल इंजन को फ़िएट, मारुति सुज़ुकी, Chevrolet और टाटा मोटर्स जैसे कार ब्रांड में इस्तेमाल किया जा चुका है।
फ़ॉक्सवैगन टाइगुन और स्कोडा कुशाक
1.0 L और 1.5 L TSI टर्बो पेट्रोल इंजन
फ़ॉक्सवैगन टाइगुन और स्कोडा कुशाक MQB AO IN प्लेटफ़ॉर्म ही नहीं साझा करते बल्कि दोनों में एक ही TSI पेट्रोल इंजन प्रयोग किया जाता है। दोनों कारों में एक ही इंजन प्रयोग किया जाता है जोकि 1.5 लीटर TSI यूनिट और 1.0 लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन के विकल्प के तौर पर प्रयोग किया जाता है। 1.0 लीटर TSI इंजन से 115 bhp की पॉवर और 178 Nm की टॉर्क जेनरेट करने में सक्षम है, जबकि 1.5 लीटर TSI इंजन से 147 bhp की पॉवर और 250 Nm की पीक टॉर्क जेनरेट करने में सक्षम है।

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