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    Nitin Gadkari ने ट्रक ड्राइवरों को लेकर जताई चिंता, कहा- केबिन में एयर कंडीशनर को किया जाएगा अनिवार्य

    केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में हुए एक कार्यक्रम में कहा कि यहां आने से पहले मैंने उस फाइल पर हस्ताक्षर किए हैं जो ट्रक चालक डिब्बों में एयर कंडीशनिंग को अनिवार्य करती है। (फाइल फोटो)।

    By Rammohan MishraEdited By: Rammohan MishraUpdated: Tue, 20 Jun 2023 05:52 PM (IST)
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    Soon air conditioned driver cabins to be mandatory in trucks Nitin Gadkari says

    नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। देश में लगातार ऑटो इंडस्ट्री को एडवांस किया जा रहा है। इसको लेकर परिवहन मंत्रालय भी समय-समय पर नए कदम उठाता रहता है। इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक बड़ी बात कही है। उनके मुताबिक ऑटो निर्माताओं को जल्द ही ट्रकों के ड्राइवर केबिन के अंदर एयर कंडीशनर लगाने होंगे। क्या है पूरी खबर, आइए जान लेते हैं।

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    सभी ट्रैकों के केबिन में होगा AC

    केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में हुए एक कार्यक्रम में कहा कि यहां आने से पहले मैंने उस फाइल पर हस्ताक्षर किए हैं, जो ट्रक चालक डिब्बों में एयर कंडीशनिंग को अनिवार्य करती है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ट्रक चलाने वाले लोगों को भी अच्छी तरह से लिया जाए। उनका कहना है कि हमारे ड्राइवर 43.47 डिग्री के कठोर तापमान में वाहन चलाते हैं और हमें इनकी स्थिति की कल्पना करनी चाहिए।

    ट्रक ड्राइवरों देश में कमी 

    उन्होने आगे कहा कि मैं मंत्री बनने के बाद एसी केबिन पेश करने का इच्छुक था। लेकिन कुछ लोगों ने इसका विरोध करते हुए कहा कि ट्रकों की लागत कम हो जाएगी। आज, मैंने फाइल पर हस्ताक्षर किए हैं कि सभी ट्रक केबिन एसी केबिन होंगे। गडकरी ने यह भी कहा कि भारत में ट्रक ड्राइवरों की कमी है, जिसके परिणामस्वरूप ट्रक चालक दिन में 14-16 घंटे काम करते हैं, वहीं अन्य देशों में एक ट्रकर ड्यूटी पर कितने घंटे रह सकता है इसके लिए नियम हैं।

    कब लागू होगा ये नियम?

    इसको लेकर केंद्रीय मंत्री ने कोई समय सीमा का जिक्र नहीं किया कि लोग कब एसी केबिन वाले ट्रक कब तक शुरू हो जाएंगे। कुछ रिपोर्ट्स बताती हैं कि इनका रोलआउट 2025 से शुरू हो जाएगा। इसके अलावा, अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री ने लॉजिस्टिक लागत में कमी के बारे में बात की और एक्सपोर्ट कंपटीटिवनेस में सुधार के लिए भारत में लॉजिस्टिक लागत को दोहराया। उन्होने कहा कि अच्छी गुणवत्ता वाली सड़कों और ट्रकों को जोड़ना इसके लिए महत्वपूर्ण है।