ऑटो कंपनियां 6 महीने के भीतर फ्लेक्स-फ्यूल वाहनों का निर्माण करेंगी शुरु: नितिन गडकरी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार का मुख्य मकसद परिवहन लागत को कम करने का है। उन्होंने ने कहा अगले छह महीनों में फ्लेक्स फ्यूल इंजन निर्माण शुरू हो जाएगा। ऑटोमोबाइल कंपनियों के प्रबंध निदेशकों और सियाम के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और उन्होंने मुझसे वादा किया

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को एक शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए, बड़ी घोषणा की। उन्होंने बताया कि ऑटोमोबाइल कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों ने उनसे वादा किया है कि वे छह महीने के भीतर फ्लेक्स-फ्यूल वेरिएंट के वाहनों का निर्माण शुरू कर देंगे। यही नहीं सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि सरकार सार्वजनिक परिवहन को 100 फीसद स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों में बदलने स्की योजना पर काम कर रही है।
छह महीने में फ्लेक्स फ्यूल इंजन बनाने लगेंगी कंपनियां
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को कहा कि आटोमोबाइल कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों ने उनसे वादा किया है कि वे छह महीने के अंदर फ्लेक्स फ्यूल इंजन का निर्माण शुरू कर देंगे। इस तरह के इंजन में एक से अधिक प्रकार के ईधन का उपयोग करके वाहन को चलाया जा सकेगा। खास बात यह है कि टीवीएस मोटर और बजाज आटो जैसी कंपनियों ने पहले ही अपने दोपहिया और तिपहिया वाहनों के लिए फ्लेक्स-फ्यूल इंजन का उत्पादन शुरू कर दिया है। गडकरी ने यह भी कहा कि सरकार सार्वजनिक परिवहन को 100 प्रतिशत स्वच्छ ऊर्जा स्त्रोतों में बदलने की योजना पर काम कर रही है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, 'इस हफ्ते, मैंने सभी बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों के प्रबंध निदेशकों और सियाम के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और उन्होंने मुझसे वादा किया कि वे ऐसे वाहनों के लिए फ्लेक्स-फ्यूल इंजन का निर्माण शुरू करेंगे जो एक से अधिक ईंधन पर चल सकते हैं।'
केंद्रीय मंत्री गडकरी के अनुसार जल्द ही भारत में ज्यादातर वाहन 100 फीसदी एथेनॉल से चलेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार हरित हाइड्रोजन और अन्य वैकल्पिक ईंधन के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए काम कर रही है।
इसके अलावा, भारत में फिलहाल पुणे ही एक ऐसा शहर है जहां तीन एथेनाल स्टेशन हैं। इसी साल पांच जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन E-100 एथेनाल डिस्पेंसिंग स्टेशन की शुरुआत की थी। बता दें कि इससे पहले गडकरी ने फ्लेक्सी -फ्यूल इंजन मैन्यूफैक्चर करने की आटोमोबाइल इंडस्ट्री से अपील की थी। फिलहाल भारत में एथेनाल से चलने वाली कुछ ही गाड़ियां हैं, जो पुणे में देखी गई है।
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