नितिन गडकरी ने लाई बड़ी योजना, सड़क हादसों में मदद करने वालों को मिलेगा 25,000 रुपये का इनाम
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में सड़क दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए ‘राहवीर’ योजना ...और पढ़ें

नितिन गडकरी की राहवीर योजना: सड़क दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने वालों को मिलेगा इनाम
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। भारत में सड़क दुर्घटनाएं लंबे समय से एक गंभीर सामाजिक समस्या बनी हुई हैं। हर साल लाखों लोग हादसों का शिकार होते हैं और हजारों परिवार अपनों को खो देते हैं। इसी गंभीर मुद्दे पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में एक अहम बयान दिया, जिसमें उन्होंने दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए ‘राहवीर’ योजना की जानकारी दी। यह योजना न सिर्फ जान बचाने पर केंद्रित है, बल्कि समाज में मदद की भावना को भी मजबूत करती है।
सड़क दुर्घटनाओं की भयावह सच्चाई
नितिन गडकरी के अनुसार भारत में हर साल लगभग 5 लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें 1.5 से 1.8 लाख लोगों की मौत हो जाती है। चिंताजनक बात यह है कि इनमें से 66 प्रतिशत मौतें 18 से 34 वर्ष की उम्र के युवाओं की होती हैं। दिल्ली स्थित AIIMS की रिपोर्ट बताती है कि अगर दुर्घटना के तुरंत बाद पीड़ित को समय पर मेडिकल सहायता मिल जाए, तो हर साल करीब 50,000 लोगों की जान बचाई जा सकती है। इससे साफ है कि दुर्घटना के बाद के शुरुआती मिनट कितने अहम होते हैं।
मदद करने से क्यों डरते हैं लोग?
अक्सर देखा गया है कि सड़क हादसे के बाद आसपास मौजूद लोग मदद करने से पीछे हट जाते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण पुलिस पूछताछ, कानूनी झंझट और कोर्ट-कचहरी का डर होता है। नितिन गडकरी ने इस डर को दूर करने की अपील करते हुए साफ कहा कि सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि मदद करने वालों को किसी भी तरह की परेशानी न हो। यही सोच राहवीर योजना की बुनियाद है।
मदद करने वालों को सम्मान और इनाम
- सरकार की राहवीर नई पहल के तहत, जो व्यक्ति सड़क दुर्घटना में घायल को अस्पताल या ट्रॉमा सेंटर तक पहुंचाकर उसकी जान बचाने में मदद करेगा, उसे 25,000 रुपये का नकद पुरस्कार, ‘राहवीर’ की उपाधि और सरकारी प्रशस्ति पत्र (सर्टिफिकेट) दिया जाएगा।
- पहले यह इनाम राशि 5,000 रुपये थी, लेकिन 2025 में इसे बढ़ाकर 25,000 रुपये कर दिया गया है। एक व्यक्ति साल में अधिकतम 5 बार इस पुरस्कार का हकदार हो सकता है।
- इसके साथ ही, सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि अस्पतालों को पीड़ित के पहले 7 दिनों के इलाज का खर्च तुरंत प्रतिपूर्ति के रूप में मिलेगा, ताकि इलाज में देरी न हो।
दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सरकार के प्रयास
नितिन गडकरी ने सिर्फ मदद के बाद की बात नहीं की, बल्कि दुर्घटनाएं कम करने के लिए सरकार के प्रयासों पर भी रोशनी डाली। जिला स्तर पर दुर्घटना रोकथाम समितियां बनाई गई हैं, जिनकी अध्यक्षता कलेक्टर करते हैं। ये समितियां हर दो महीने में बैठक कर ब्लैक स्पॉट्स (दुर्घटना संभावित जगहों) की पहचान करती हैं। अब तक 7,000 ब्लैक स्पॉट्स को सुधारा जा चुका है, जिसके लिए ₹40,000 करोड़ मंजूर किए गए हैं। रोड इंजीनियरिंग में सुधार और DPR की खामियों को दूर किया जा रहा है। ऑटोमोबाइल सेफ्टी पर जोर देते हुए वाहनों में 6 एयरबैग अनिवार्य किए गए हैं। स्कूटर खरीदने पर दो हेलमेट मुफ्त देने का प्रावधान किया गया है।
हमारी राय
राहवीर योजना एक व्यावहारिक, मानवीय और असरदार कदम है। यह न सिर्फ लोगों को दुर्घटना पीड़ितों की मदद के लिए प्रेरित करती है, बल्कि समाज में यह भरोसा भी पैदा करती है कि अच्छा काम करने वालों के साथ सरकार खड़ी है। अगर लोग बिना डर के आगे आएं, तो सड़क हादसों में होने वाली मौतों को काफी हद तक कम किया जा सकता है। कुल मिलाकर, यह योजना जान बचाने की दिशा में एक मजबूत और सराहनीय पहल है।

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