Nissan भारत में बंद कर रही डैटसन ब्रांड, जानिए क्या रही वजह
दिग्गज कार निर्माता कंपनी निसान भारत में अपनी डैटसन ब्रांड बंद कर रही है। कंपनी ने बुधवार को एक बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी। इस ब्रांड ने 2013 में डैटसन गो कार को लॉन्च कर भारत में एंट्री की थी।

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। जापान की वाहन निर्माता कंपनी निसान ने भारत में डैटसन ब्रांड को बंद कर रही है।निसान ने 2020 में रूस और इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका और भारत के साथ अन्य दो देशों में ब्रांड को बंद कर दिया था। डैटसन ब्रांड को बंद करने की पुष्टि करते हुए निसान इंडिया ने एक बयान में कहा कि डैटसन रेडी-गो का प्रोडक्शन चेन्नई प्लांट (रेनॉल्ट निसान ऑटोमोटिव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड) में बंद हो गया है। मॉडल की बिक्री अभी भी (जब तक स्टॉक रहता है) जारी है।
कंपनी ने आगे कहा कि हम सभी मौजूदा और भविष्य के डैटसन कार मालिकों को आश्वस्त करते हैं कि ग्राहकों की संतुष्टि हमारी प्राथमिकता है। हम अपने राष्ट्रीय डीलरशिप नेटवर्क से बिक्री के बाद सर्विस और सभी तक की वारंटी जारी रखेंगे। कंपनी ने पहले ही डैटसन ब्रांड के तहत दो अन्य मॉडलों का उत्पादन बंद कर दिया था। डैटसन ब्रांड का बंद होना निसान की वैश्विक परिवर्तन रणनीति का एक हिस्सा है, जिसकी घोषणा 2020 में की गई थी।
निसान की वैश्विक परिवर्तन रणनीति के हिस्से के रूप में निसान मुख्य मॉडल और सेगमेंट पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जो ग्राहकों, डीलर भागीदारों और व्यापार के लिए सबसे अधिक लाभ लाता है। भारत में इसमें 100,000 से अधिक ग्राहक ऑर्डर के साथ सभी नए स्थानीय रूप से उत्पादित निसान मैग्नाइट शामिल हैं।
2013 में ऑटो प्रमुख ने भारत में की थी एंट्री
वैश्विक परिवर्तन योजना के तहत निसान ने कहा था कि वह रूस में डैटसन व्यवसाय से बाहर निकल जाएगी और आसियान (दक्षिणपूर्व एशियाई देशों के संघ) क्षेत्र में कुछ बाजारों में परिचालन को सुव्यवस्थित करेगी। कंपनी ने इंडोनेशिया में विनिर्माण कार्यों को रोकने की भी घोषणा की थी। जुलाई 2013 में जापानी ऑटो प्रमुख ने भारत में एंट्री लेवल हैचबैक 'डैटसन गो' को लॉन्च किया था। साथ ही वैश्विक स्तर पर डैटसन को फिर से लॉन्च किया था।
उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया ब्रांड
अगले वर्ष डैटसन ने दो और मॉडल रेडी-गो और कॉम्पैक्ट एमपीवी (Multi-Purpose Vehicle) गो+ लॉन्च किए थे। हालांकि, मारुति सुजुकी और हुंडई के आगे इसकी ज्यादा बिक्री नहीं हुई। निसान मोटर कंपनी के तत्कालीन अध्यक्ष और सीईओ कार्लोस घोसन ने डैटसन से 2016 तक भारत में अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाकर 10 प्रतिशत करने के लिए कंपनी में एक बड़ी भूमिका निभाने की उम्मीद की थी, जो 2013 में 1.2 प्रतिशत थी।हालांकि, ब्रांड उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।