Maruti S-Presso ने क्रैश टैस्ट में हासिल किए जीरो स्टार, जानें क्या है इस पर कंपनी की राय
मारुति ने 2019 में एस-प्रेसो को लॉन्च किया था। जो वर्तमान ग्राहकों का एक लोकप्रिय मॉडल है। जहां मारुति की कार को सुरक्षा एनसीएपी में जीरो स्टार हासिल हुए हैं। वहीं देश की अन्य जानी मानी कार कंपनियां सुरक्षा के मामले में सबसे पहले नंबर पर आती है।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Maruti S-Presso Crash Test: मारुति सुजुकी एस-प्रेसो को ग्लोबल एनसीएपी द्वारा हाल ही में किए गए सुरक्षा परीक्षण में जीरो स्टार मिला है। जिसके चलते मारुति के इस लोकप्रिय मॉडल की सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। हालांकि परिणाम घोषित होने के कुछ समय बाद, कंपनी ने इस बात पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एस-प्रेसो सहित उसकी सभी कारें भारतीय सरकार द्वारा जारी किए गए सुरक्षा मानकों का पालन करती हैं।
जानकारी के लिए बता दें, मारुति सुजुकी एस-प्रेसो को ग्लोबल एनसीएपी के क्रैश टेस्ट में जीरो-स्टार सुरक्षा रेटिंग प्राप्त हुई है। क्रैश रिपोर्ट के अनुसार, हैचबैक ने ड्राइवर और को-ड्राइवर की छाती के लिए खराब और कमजोर प्रदर्शन किया है। वहीं टेस्ट में चालक की गर्दन को पर्याप्त सुरक्षा मिली लेकिन सह-चालक की गर्दन को सुरक्षा नहीं मिल पाई।
क्रैश टेस्ट में Maruti S-Presso के बॉडीशेल को भी अस्थिर बताया गया है, और यह अधिक लोडिंग को झेलने में सक्षम नहीं है। हालांकि एस-प्रेसो को बच्चे के संरक्षण के मामले में दो- स्टार सुरक्षा रेटिंग प्राप्त हुई। बताते चलें कि क्रैश टेस्ट में इस्तेमाल किया गया वेरिएंट ड्राइवर-साइड एयरबैग, ABS, EBD आदि फीचर्स से लैस था
इस विषय पर जब एक मीडिया वेबसाइट ने मारुति से बात की तो उन्होंने कहा कि कंपनी के सभी उत्पाद वैश्विक मानकों के अनुरूप हैं और भारत सरकार द्वारा परीक्षण और प्रमाणित से गुजर चुके हैं। हम इस बात को जानते हैं कि "सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।"
मारुति ने 2019 में एस-प्रेसो को लॉन्च किया था। जो वर्तमान ग्राहकों का एक लोकप्रिय मॉडल है। वहीं जहां मारुति की कार को सुरक्षा एनसीएपी में जीरो स्टार हासिल हुए हैं। देश की अन्य जानी मानी कार कंपनियां सुरक्षा के मामले में सबसे पहले नंबर पर आती है। घरेलू वाहन निर्माता कंपनियां टाटा और महिंद्रा की गाड़ियां आज भी सबसे सुरक्षित कार के रूप में पसंद की जाती हैं।