गांधी जयंती 2018: बापू की वजह से जिन कारों का मान बढ़ा
एक धोती और कंधे पर शॉल लेकर चलने वाले के पास जाहिर है कोई कार तो होगी नहीं लेकिन महात्मा गांधी अक्सर स्वतंत्रता की लड़ाई में अपने मित्रो संग उनकी कार महंगी और लग्जरी कारों में सफर किया करते थे
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। पूरा भारत आज देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लालबहादुर शास्त्री जी की जयंती मना रहा है। स्वतंत्रता आंदोलन के समय गांधी जी ने अपने मित्रों की कारों का इस्तेमाल किया, जिससे उन कारों का मान बढ़ा। आज हम एक नजर डालते हैं उन कारों पर, जिसमें गांधी जी ने सफर किया था।
पैकार्ड 120
महात्मा गांधी इस पैकार्ड 120 नाम की कार का इस्तेमाल करते हुए सबसे ज्यादा नजर आते थे। वर्ष 1940 में इस कार को खरीदा गया था और इस कार के मालिक गांधी जी के घनिष्ठ मित्र घनश्यामदास बिड़ला थे। दिल्ली नंबर की यह कार बापू ने 1940 के दौरान ही इस्तेमाल की थी।
फोर्ड मॉडल T
अब आप यह सोच रहे होंगे कि क्या फोर्ड उस समय भी कार बनाया करता था तो सचाई यही है कि फोर्ड दुनिया की सबसे पुरानी कंपनियों में से एक है। उस समय से ही यह कंपनी अपना वर्चस्व बनाए हुए है। महात्मा गांधी ने फोर्ड मॉडल T कार का इस्तेमाल वर्ष 1927 में उत्तर प्रदेश में बरेली सेंट्रल जेल से रिहा होने के दौरान किया था। हालांकि इस कार के मालिक की अभी तक कोई जानकारी नहीं है, लेकिन उस समय से इस विंटेज कार को कई बार खरीदा और बेचा जा चुका है। आज भी ये कार विंटेज कार रैली में दिखाई दे जाती है।
स्टडबेकर प्रेसिडेंट
यह कार 90 के दशक की सबसे पुरानी कारों में से एक है और स्टडबेकर प्रेसिडेंट को बापू ने अपने कर्नाटक दौरे में इस्तेमाल किया था। ये दौरा अपने समय का सबसे मशहूर दौरा रहा है लेकिन यह नहीं पता चल पाया कि उस दौरान इस कार का मालिक कौन था। स्टडबेकर ने फर्स्ट जनरेशन कार को 1926 से 1933 के दौरान बनाया था।
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