Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    JK Tyre ने भारत में आंशिक रूप से शुरू किया अपना परिचालन

    By Ankit DubeyEdited By:
    Updated: Fri, 08 May 2020 06:57 PM (IST)

    JK Tyre एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने राज्यों की सराकरों एवं स्थानीय अधिकारियों द्वारा इजाजत दिए जाने के बाद से अपने परिचालनों को आंशिक तौर पर चालू करने की घोषणा की है।

    JK Tyre ने भारत में आंशिक रूप से शुरू किया अपना परिचालन

    नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। देश की दिग्गज टायर निर्माता कंपनी JK Tyre एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा दिशा निर्देश जारी करने एवं क्रमश: राज्यों की सराकरों एवं स्थानीय अधिकारियों द्वारा इजाजत दिए जाने के बाद से अपने परिचालनों को आंशिक तौर पर चालू करने की घोषणा की है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    JK Tyre ने चेन्नई (तमिलनाडु), कांकरोली (राजस्थान) और लश्कर (केवेडिंश इंडस्ट्रीज लिमिटेड उत्तराखंड की उप निर्माण इकाई) के माध्य से चरणबद्ध तरीके से अपने प्रोडक्शन कार्यों को शुरू कर दिया है। कंपनी ने अपने ग्लोबल रिसर्च हब एंड डेवलपमेंट हब, रघुपति सिंघानिया सेंटर ऑफ एक्सीलेंस मैसूर, कर्नाटक में भी परिचालन कार्य आरंभ कर दिए हैं।

    भारत और मैक्सिको में जेके टायर के बाकी बचे निर्माण संयंत्रों निर्माण कार्य शुरू करने की प्रक्रिया जारी है और शीघ्र ही वहां भी परिचालन फिर से शुरू किए जाएंगे। सभी निर्माण यूनिट्स में प्रतिबंधित मानव शक्ति एवं कडे ऐतिहाति उपायों के साथ काम शुरू होगा और सुरक्षा, सफाई और सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन किया जाएगा।

    जेके टायर एंड इंडिस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर, रघुपति सिंघानिया ने कहा, "एक राष्ट्र के रूप में हम चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं फिर भी यह जरूरी है कि हम फिर से सही संतुलन हासिल करने के प्रयास में छोटे, लेकिन महत्वपूर्ण कदम उठाएं। ऐसे में जब हम अपने निर्माण परिचालनों को फिर से शुरू करने जा रहे हैं तो हम अपने कर्मचारियों और समुदायों की सुरक्षा एवं कल्याण के लिए भी प्रतिबद्ध हैं और यह हमारे पुनर्निर्माण योजना का प्रमुख महत्वपूर्ण ध्येय भी है। हमने एक संपूर्ण और कड़े रोडमैप पर काम किया है, जो न केवल अधिकारियों के प्रोटोकॉल के अनुरूप है, बल्कि सुरक्षित कार्यस्थल तक पहुंच सुनिश्चित करने में एक कदम आगे है। हम आशा करते हैं कि आने वाले महीनों में देश अर्थव्यवस्था और व्यापास पारिस्थितिकी तंत्र धीरे-धीरे रिकवरी की दिशा में आगे बढ़ेगा।"