जिंदल स्टेनलेस ने पेश किया मजबूत और टिकाऊ सॉल्ट Trailer, बार-बार रिप्लेसमेंट की नहीं पड़ेगी जरूरत
जिंदल स्टेनलेस ने गुजरात में देश का पहला स्टेनलेस स्टील सॉल्ट टिपर ट्रेलर पेश किया। यह जंगरोधी और हल्का ट्रेलर नमक परिवहन की समस्याओं को हल करता है। कंपनी का दावा है कि यह ईंधन की बचत करता है और रखरखाव लागत को कम करता है। गुजरात में लॉन्च के लिए सही जगह है, क्योंकि यह देश के नमक उत्पादन का 85% हिस्सा बनाता है।

Jindal Stainless Salt Trailers
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। भारत की अग्रणी स्टेनलेस स्टील निर्माता कंपनी जिंदल स्टेनलेस ने गुजरात में आयोजित अपने टेक्निकल कॉन्क्लेव के दौरान देश का पहला स्टेनलेस स्टील सॉल्ट टिपर ट्रेलर पेश किया है। यह कदम न केवल तकनीकी दृष्टि से एक बड़ा सुधार है, बल्कि सस्टेनेबल लॉजिस्टिक्स की दिशा में भी एक मजबूत पहल है। जिंदल स्टेनलेस का यह इनोवेशन न केवल लॉजिस्टिक्स सेक्टर की आर्थिक चुनौतियों को हल करता है, बल्कि पर्यावरण और उद्योग दोनों के लिए एक सस्टेनेबल, ऊर्जा-कुशल और दीर्घकालिक समाधान भी प्रदान करता है।
क्यों खास है यह सॉल्ट ट्रेलर?
- नमक परिवहन उद्योग लंबे समय से एक बड़ी समस्या से जूझ रहा था, जंग, कम टिकाऊपन और ऊंचे मेंटेनेंस खर्च। पारंपरिक मेटल ट्रेलर 3-4 साल में ही जंग खा जाते हैं, जिससे बार-बार रिपेयर और डाउनटाइम बढ़ जाता है। जिंदल स्टेनलेस ने इस चुनौती को हल करने के लिए अपने 304 और JT (N7) ग्रेड स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल किया है, जो न केवल जंगरोधी है बल्कि फायर रेसिस्टेंट, हल्का और बेहद मजबूत भी है।
- कंपनी का दावा है कि यह नया सॉल्ट ट्रेलर पारंपरिक ट्रेलरों की तुलना में करीब 25% हल्का है। इससे फ्यूल की बचत होती है और 10 साल में लगभग 25-30 लाख रुपये की लागत कम की जा सकती है। इसके अलावा, इसका अनुमानित जीवनकाल 15-20 साल तक है यानी बार-बार रिप्लेसमेंट की जरूरत नहीं पड़ेगी।
मार्केट से मिला जबरदस्त रिस्पॉन्स
- जिंदल स्टेनलेस के मैनेजिंग डायरेक्टर अभ्युदय जिंदल ने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल प्रोडक्ट बनाना नहीं, बल्कि पूरे इकोसिस्टम को ट्रांसफॉर्म करना है। ये सॉल्ट ट्रेलर लॉजिस्टिक्स सेक्टर में लंबे समय तक वैल्यू क्रिएट करेंगे और सस्टेनेबल ट्रांसपोर्टेशन को बढ़ावा देंगे।
- वहीं सीईओ और सीएफओ तरुण खुल्बे ने बताया कि हल्के, टिकाऊ और पर्यावरण-अनुकूल ट्रेलर आने वाले समय में लॉजिस्टिक्स सेक्टर की दिशा बदल देंगे। इससे ऑपरेशनल एफिशिएंसी बढ़ेगी और करप्शन (जंग) से होने वाला डाउनटाइम खत्म होगा।
क्यों गुजरात है इस लॉन्च के लिए परफेक्ट जगह?
पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद अब गुजरात और राजस्थान के प्रमुख ट्रांसपोर्ट और फ्लिट ऑपरेटर्स इन ट्रेलरों को अपनी फ्लीट में शामिल करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। भारत में हर साल करीब 70,000 ट्रेलर ट्रक की जरूरत होती है, जिनमें से एक बड़ा हिस्सा नमक ढोने में इस्तेमाल होता है। गुजरात, जो देश के 33–35 मिलियन टन सालाना नमक उत्पादन का 85% हिस्सा अकेले बनाता है, इस लॉन्च के लिए सबसे सही स्थान साबित हुआ।
स्किल डेवलपमेंट और कोलैबोरेशन
गुणवत्ता और बड़े पैमाने पर उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए जिंदल स्टेनलेस ने सर्टिफाइड फैब्रिकेटर्स, ITI-ट्रेंड प्रोफेशनल्स और स्टेनलेस स्टील एकेडमीज़ के साथ साझेदारी की है। कंपनी उद्योग संघों और राज्य स्तरीय लॉजिस्टिक्स निकायों के साथ मिलकर सॉल्ट और अन्य करप्शन-इंटेंसिव ट्रांसपोर्ट सेक्टरों में स्टेनलेस ट्रेलरों के उपयोग को बढ़ावा दे रही है।
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