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International Womens Day 2019: मुंबई की जाह्नवी भावसार रेड बुल कैच अप नेशनल चैम्पियन बनीं

गुरूग्राम के लोकप्रिय खेल एवं मनोरंजन केन्द्र स्मैश स्कायकार्टिंग में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जाह्नवी भावसार टूर्नामेन्ट की विजेता बनकर उभरीं

By Ankit DubeyEdited By: Published: Fri, 08 Mar 2019 11:00 PM (IST)Updated: Sat, 09 Mar 2019 11:45 AM (IST)
International Womens Day 2019: मुंबई की जाह्नवी भावसार रेड बुल कैच अप नेशनल चैम्पियन बनीं
International Womens Day 2019: मुंबई की जाह्नवी भावसार रेड बुल कैच अप नेशनल चैम्पियन बनीं

गुरूग्राम (ऑटो डेस्क)। गुरूग्राम के लोकप्रिय खेल एवं मनोरंजन केन्द्र स्मैश स्कायकार्टिंग में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं के लिए अपने अपनी तरह के पहले अमेचर गो कार्ट टूर्नामेन्ट रेड बुल कैच अप के दूसरे नेशनल फाइनल्स का आयोजन हुआ। फरवरी में क्वालिफायर्स में और फिर फाइनल्स में अपनी जगह बनाने के बाद जाह्नवी भावसार टूर्नामेन्ट की विजेता बनकर उभरीं और उन्‍होंने ग्रैण्ड प्रिक्स का अनुभव करने के लिए सिंगापुर जाने का टिकट पाया।

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मुंबई और दिल्ली/गुरूग्राम से 10-10 महिलाएं नेशनल फाइनल्स में गईं थीं, जिन्हें 5-5 रेसर्स के समूहों में विभाजित किया गया था। फिर उन्होंने रेड बुल एथलीट मीरा एर्डा के साथ रेस की। इसके बाद प्रत्येक समूह की एक विजेता फाइनल रेस में रेसिंग की सनसनी मीरा एर्डा से भिड़ी और 35.471 सेकंड से फिनिश लाइन पर मीरा से पहले पहुंचीं, उन्‍हें विजेता घोषित किया गया और नेशनल चैम्पियन के खिताब से नवाजा गया। अब वह इस वर्ष के उत्तरार्द्ध में फॉर्मूला 1 ग्रैण्ड प्रिक्स के लिए सिंगापुर जाएंगी। पिछले वर्ष प्रथम संस्करण की विजेता थीं अंजली अंटो और उन्हें भी फॉर्मूला 1 ग्रैण्ड प्रिक्स के लिए सिंगापुर का टिकट मिला था।

फॉर्मूला रेसिंग की उच्चतम श्रेणियों में से एक में प्रतिस्पर्द्धा करने वाली भारत की पहली महिला ड्राइवर मीरा एर्डा की भागीदारी से नेशनल फाइनल्स के प्रत्येक ग्रुप क्वालिफायर में टूर्नामेन्ट का महत्व बढ़ गया था। प्रत्येक ग्रुप क्वालिफायर में मीरा ने सबसे आखिर में शुरूआत की और फिनिश लाइन से पहले अन्य ड्राइवर्स को ओवरटेक किया और उनसे पहले फिनिश लाइन पर पहुंचने वाली प्रतियोगी को विजेता घोषित किया गया।

दुर्भाग्य से, अधिकांश खेलों की तरह गो कार्टिंग भी पुरूष प्रधान प्रतीत हो सकती है, हालांकि इसमें कई प्रेरक महिला ड्राइवर्स हैं और इस रूढ़ि से मुक्त होने का एकमात्र तरीका है अधिक से अधिक महिलाओं को कार्टिंग से जोड़ना। रेड बुल कैच अप का लक्ष्य एक बार फिर महिला अमेचर रेसर्स और रेसिंग प्रेमियों को कार्टिंग में भाग लेने का मौका देना और ट्रैक पर प्रतिस्पर्द्धा से भरा, लेकिन मजेदार अनुभव देना है। यह कार्टिंग टूर्नामेन्ट भारत की सबसे तेज महिला अमेचर कार्ट रेसर की खोज करता है। रेड बुल एथलीट मीरा एर्डा भारत की पहली महिला ड्राइवर हैं, जिन्होंने जेके टायर-एफएमएससीआई नेशनल रेसिंग चैम्पियनशिप में यूरो जेके सीरीज के लिए साइन अप करने के बाद देश में फार्मूला रेसिंग की उच्चतम क्लासेस में से एक में प्रतिस्पर्द्धा की है। वह पहले डब्ल्यू सीरीज ट्रायल्‍स के लिए चुनी गईं दो भारतीय महिला ड्राइवर्स में से एक भी हैं।

रेड बुल कैच अप के नेशनल फाइनल्स को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित किए जाने को लेकर मीरा एर्डा ने कहा, "मैं इस महान दिन रेड बुल कैच अप के नेशनल फाइनल्स में उपस्थित होकर बहुत खुश हूं। यह देश की सभी उभरती रेसर्स के लिए अपनी रेसिंग कुशलता के परीक्षण और प्रदर्शन का आदर्श मंच है। मुझे और इन लड़कियों को जरूरी अवसर प्रदान करने के लिए मैं रेड बुल की शुक्रगुजार हूं। मैं सभी महिलाओं को हैप्पी वीमंस डे कहती हूं।"

रेड बुल कैच अप नेशनल चैम्पियन का खिताब जीतने पर (विजेता का नाम) ने कहा, "मेरे जीवन का सपना साकार हो गया, यह मेरे जीवन के सबसे खास पलों में से एक है। यह अवसर देने और अपनी आदर्श मीरा एर्डा के साथ रेस का मौका देने के लिए मैं रेड बुल का शुक्रिया अदा करती हूं। मैं ग्रैण्ड प्रिक्स का अनुभव करने के लिए सिंगापुर जाने का और इंतजार नहीं कर सकती।"

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