बढ़ रहे हैं भारतीय मिडिल क्लास के शौक! इन वजहों से हर दूसरा आदमी चाहता एक नई कार
देश में लगातार कारों के नए मॉडल पेश किए जा रहे हैं। हाल ही में SIAM ने आंकड़े जारी करते हुए बताया है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में यात्री वाहनों की बिक्री में 26.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। (फाइल फोटो)।
नई दिल्ली ऑटो डेस्क। हाल ही में SIAM ने आंकड़े जारी करते हुए बताया है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में यात्री वाहनों की बिक्री में 26.7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ भारतीय कार बाजार ने बढ़त बनाई है। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, साल के लिए थोक यात्री वाहन की मात्रा बढ़कर 3.9 मिलियन यूनिट हो गई, जो एक साल पहले 3.1 मिलियन थी। क्या देश में अब हमेशा से ज्यादा गाड़ियों की बिक्री हो रही है, अपने इस लेख में हम यही जानेंगे।
नए मॉडलों की पेशकश
देश में लगातार कारों के नए मॉडल पेश किए जा रहे हैं। वित्त वर्ष 2020-21 में कोविड के चलते मैन्युफैक्चरर्स को अपने उत्पाद लॉन्च करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। जैसे ही कोरोना से राहत मिली कंपनियों ने कई नए मॉडलों को पेश किया है। इसके चलते भी देश में Passanger Vehicles की बिक्री में रिकार्ड बढ़ोतरी देखी गई है।
SUVs पर दिया जा रहा जोर
देश की कार निर्माता कंपनियां SUVs पर ज्यादा जोर दे रही हैं। आज कल सबसे ज्यादा इन्ही कारों को भारतीय ग्राहकों द्वारा किया जा रहा है। SUVs की बॉडी स्टाइल के साथ विकल्पों की नई लंबी लिस्ट होना भी Passanger Vehicles की बढ़ रही मांग का एक बड़ा कारण है।
देश में टाटा मोटर्स, हुंडई, महिंद्रा जैसी कंपनियां अपने एसयूवी लाइनअप को मजबूत कर रही हैं। देश की सबसे बड़ी वहन निर्माता कंपनी मारुति भी अब एसयूवी कार बनाने पर जोर दे रही है। हाल ही में हुए 2023 Auto Expo में कंपनी ने अपनी दो SUVs को पेश किया था। इसमें Maruti Suzuki Fronx और Maruti Suzuki Jimny शामिल है।
सेमीकंडक्टर की शॉर्टेज
कोविड के दौरान सेमीकंडक्टर की आपूर्ति में भी काफी दिक्कतें देखी गईं। मौजूदा समय में ये समस्या काफी हद तक काबू में है। उस समय लोग सेमीकंडक्टर की कमी के चलते अपने मन चाहे कार मॉडल के उत्पादन न होने की वजह उसे नहीं खरीद पाए थे। मौजूदा समय में सेमीकंडक्टर की आपूर्ति होने के बाद कारों के वेटिंग पीरियड में कमी आई है। Passanger Vehicles की बिक्री में हुई रिकार्ड बढ़ोतरी का एक ये भी मुख्य कारण हो सकता है।