पता है पहली Maruti 800 किसने खरीदी थी? प्रधानमंत्री ने खुद सौंपी थी चाबी, अब मारुति हेडक्वार्टर की बढ़ा रही 'शान'
Maruti 800 कार की तस्वीरें इंटरनेट पर दिखाई दीं जिन्होंने कई उत्साही लोगों का ध्यान खींचा। कंपनी इस गाड़ी को पूरी तरह से ठीक कर दिया है। अब ये गाड़ी चमचमा रही है। बता दें गाड़ी इतनी पुरानी हो गई थी कि दिल्ली की सड़कों पर चलने लायक नहीं थी।

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। 80 के दशक में मारुति की गाड़ियों से किसी के हैसियत का पता लगता था। साल 1983 में लॉन्च हुई मारुति 800 के पीछे संजय गांधी का सबसे बड़ा हाथ था। उस समय के तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 14 दिसंबर 1983 को मारुति 800 की पहली गाड़ी की चाबी नई दिल्ली के हरपाल सिंह को दी थी। इस समय मारुति की इस गाड़ी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, क्योंकि कंपनी ने इसे अपने हेडक्वाटर के लिए रिस्टोर कर लिया है। मारुति 800 की पहली कार को अब मारुति के मुख्यालय की शान बढ़ाते हुए देखा जा सकता है।
दूसरी गाड़ी इस शख्स ने खरीदी थी
जब कार की पहली चाबी तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने हरपाल सिंह को सौंपी थी। तब मारुति कार पाने की ललक रांची के डा. रामदेव गुप्ता को भी हुई। यहां के रहनेवाले रामदेव गुप्ता ने मारुति 800 लांच होने के ठीक एक साल बाद यानी 13 दिसंबर 1984 को यह कार खरीदी। तब वो मारुति 800 खरीदने वाले बिहार के दूसरे शख्स बने थे।
मारुति की सक्सेज स्टोरी
कंपनी अपने सक्सेज स्टोरी को बताने के लिए हरपाल सिंह से गाड़ी लेकर उसे मुख्यालय में रखवा दिया है। कार कथित तौर पर सड़ी-गली अवस्था में थी और सिंह के परिवार द्वारा उसे लगभग छोड़ दिया गया था। कार की कुछ तस्वीरें इंटरनेट पर दिखाई दीं, जिन्होंने कई उत्साही लोगों का ध्यान खींचा। कंपनी इस गाड़ी को पूरी तरह से ठीक कर दिया है। अब ये गाड़ी चमचमा रही है। बता दें गाड़ी इतनी पुरानी हो गई थी कि दिल्ली की सड़कों पर चलने लायक नहीं थी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।