भारत ने डेवलप किया दुनिया का पहला कंबाइन्ड AC/DC चार्जिंग कनेक्टर, ईवी यूजर्स को बड़ी राहत
4-व्हीलर चार्जिंग कनेक्टर की उच्च लागत और बड़े आकार उन्हें ऐसे हल्के इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए अव्यवहार्य बनाते हैं क्योंकि उनके पास चार्जिंग आवश्यकताओं का अपना सेट होता है। एक संयुक्त एसी और डीसी चार्जिंग कनेक्टर होने से एक लागत प्रभावी चार्जिंग बुनियादी ढांचे का मार्ग भी प्रशस्त होगा जो तेज और धीमी चार्जिंग दोनों के लिए इंटरऑपरेबल होगा। (जागरण फाइल फोटो

ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) और भारत के राष्ट्रीय मानक निकाय ने हल्के इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए दुनिया के पहले एसी और डीसी संयुक्त चार्जिंग कनेक्टर मानक को मंजूरी दे दी है।
इन इलेक्ट्रिक व्हीकल में आएगा काम
BIS ने राष्ट्रीय मानक विकसित करने के लिए नीति आयोग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, NITI और ईवी निर्माताओं के साथ सहयोग किया। यह हल्के इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक सामान्य एसी और डीसी चार्जिंग सिस्टम का मार्ग प्रशस्त करेगा जिसमें इलेक्ट्रिक 2-व्हीलर, 3-व्हीलर और माइक्रोकार शामिल हैं।
क्यों जरूरी हैं कंबाइन्ड चार्जिंग प्वाइंट?
4-व्हीलर चार्जिंग कनेक्टर की उच्च लागत और बड़े आकार उन्हें ऐसे हल्के इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए अव्यवहार्य बनाते हैं, क्योंकि उनके पास चार्जिंग आवश्यकताओं का अपना सेट होता है। एक संयुक्त एसी और डीसी चार्जिंग कनेक्टर होने से एक लागत प्रभावी चार्जिंग बुनियादी ढांचे का मार्ग भी प्रशस्त होगा जो तेज और धीमी चार्जिंग दोनों के लिए इंटरऑपरेबल होगा। इससे ईवी यूजर्स को काफी राहत मिलने वाली है।
नीति आयोग के सीईओ
नीति आयोग के सीईओ B V R Subrahmanyam का कहना है कि चूंकि भारत में बिकने वाले 75% से अधिक नए वाहन या तो दो या तीन-पहिया वाहन हैं, इसलिए हमने एक मानक बनाया जो वाहन बाजार के सबसे बड़े हिस्से को प्रभावित करता है। इसे संभव बनाने के लिए कई सरकारी निकाय और निजी क्षेत्र के ओईएम एक साथ आए।
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