नाम है जिसकी पहचान... Tesla के लिए इस तरह दीवाने थे Elon Musk कि दांव पर लगा दी थी जीवन भर की कमाई
एलन मस्क ने Tesla के दम पर धीरे-धीरे पूरे विश्व भर में अपनी एक अलग पहचान बनाई।टेस्ला ने साल 2008 में रोडस्टर का प्रोडक्शन शुरू किया। चलिए आपको इस कंपनी और इसकी गाड़ियों के बारे में और अधिक जानकारी देते हैं।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। भारतीय बाजार ही क्या, दुनिया भर में इलेक्ट्रिक वाहनों का चलन काफी तेजी से बढ़ते जा रहा है। ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहन के लिए मशहूर वाहन निर्माता कंपनियों में से एक टेस्ला (Tesla) खूब चर्चा में रह रही है। आपको बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अमेरिका दौरे के दौरान टेस्ला के सीईओ एलन मस्क से मुलाकात की है। मुलाकात के बाद एलन मस्क ने बताया कि वह अगले साल भारत आने की योजना बना रहे हैं।
कभी टेस्ला अपने एडवांस फीचर्स वाली कारों के चलते तो कभी ऑटोनॉमस ड्राइविंग सिस्टम में आने वाली तकनीकी खराबियों को लेकर चर्चा का विषय बनी रहती है। आज हम आपके लिए इस ब्रांड के किसी मॉडल के ब्रिकी की नहीं, बल्कि इसके नाम के पीछे की कहानी लेकर आए हैं, चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से बताते हैं कि इसका नाम टेस्ला क्यों है और क्यों ये गाड़ी इतनी खास है...
इलेक्ट्रिक में एंट्री करने के बाद टेस्ला बना बड़ा नाम
आपको बता दें, 2003 में इलेक्ट्रिक में एंट्री करने के बाद समय के साथ टेस्ला अब एक बड़ा नाम बन चुका है। लेकिन बाजार में कई दमदार वाहन निर्माता कंपनियां मौजूद है, जो ईवी का निर्माण करती है, लेकिन टेस्ला जो है वो काफी एडवांस फीचर्स का इस्तेमाल करके अपने इलेक्ट्रिक वाहनों को बनाती है। लेकिन क्या आप इस चीज के बारे में जानते हैं कि टेस्ला ब्रांड का नाम का अधिकार कंपनी के पास नहीं था बल्कि इसे किसी और से खरीदा गया था।
क्या है नाम की कहानी
एक शॉर्ट वीडियो में मस्क ये बताया था कि वे टेस्ला नाम के साथ नहीं आए थे, वास्तव में ये नाम पहले मौजूद भी नहीं था। मस्क को ये नाम काफी अधिक पसंद था और वो इसे ही अपने ब्रैंड के नाम पर इस्तेमाल करना चाहते थे। शुरू में इस नाम को खरीदने के लिए मस्क 75,000 डॉलर की पेशकश की थी, लेकिन सैक्रामेंटो का लड़का उस नाम को बेचना ही नहीं चाहता था।
कौन हैं Nikola Tesla?
क्या आप जानते हैं कंपनी के लिए ये नाम इतना महत्वपूर्ण क्यों है। दरअसल, मस्क के इस ब्रांड का नाम एक सर्बियाई-अमेरिकी इलेक्ट्रिकल इंजीनियर निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) के नाम पर रखा गया है, जिसे अल्टरनेटिंग करंट (AC) इलेक्ट्रिक सप्लाई सिस्टम के डिजाइन के डिजाइन में योगदान के लिए जाना जाता है। कंपनी ने इसका गठन इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स कार को बनाने के लिए किया था।
धीरे-धीरे पूरे विश्व भर में अपनी एक अलग पहचान बनाई
एलन मस्क ने धीरे-धीरे पूरे विश्व भर में अपनी एक अलग पहचान बनाई। बाद में कंपनी सेडान और कॉम्पैक्ट सहित अधिक डिमांड वाली कारों पर फोकस करने लगी, जिसके बाद से मार्केट में मस्क का कद काफी तेजी से बढ़ने लगा। टेस्ला की पहली कार, रोडस्टर को आधिकारिक तौर पर 19 जुलाई, 2006 को सांता मोनिका, कैलिफोर्निया में बार्कर हैंगर के कार्यक्रम के तहत पेश किया गया था। इस समारोह में केवल 350 लोग ही आमंत्रित थे।
2008 में रोडस्टर का प्रोडक्शन शुरू किया
आपको बता दें, टेस्ला ने साल 2008 में रोडस्टर का प्रोडक्शन शुरू किया और जनवरी 2009 में कंपनी की पहली खेप में 147 कारों की डिलीवरी शुरू की । लेकिन जैसे -जैसे समय बदला इलेक्ट्रिक वाहन को लेकर लोगों को नजरिया बदलते गया और लोग इसे काफी पसंद भी करने लगे। इसके बाद से कंपनी अपनी और भी ईवी निकलने लगी।
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