Chandigarh-Manali Highway: सफर को यादगार बना देंगी इस हाइवे की 5 टनल, जानिए क्या हैं इनकी खूबियां
15 जून से इसे पूरी तरह से सार्वजनिक उपयोग के लिए खोल दिया जाएगा। एक बार पूरी तरह से खुल जाने के बाद यह राजमार्ग दिल्ली और मनाली के बीच यात्रा के समय क ...और पढ़ें

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। दिल्ली से मनाली का सफर 15 जून के बाद 4 घंटे कम हो जाएगा। Chandigarh-Manali Highway पर तेजी से काम चल रहा है। ताजा अपडेट की बात करें तो मंडी जिले के हनोगी से झलोगी तक किरतपुर-मनाली फोर लेन हाइवे पर बनी पांच टनल को यातायात के लिए खोल दिया गया।
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चट्टान गिरने और भूस्खलन के जोखिम होगा कम?
चंड़ीगढ़-मनाली हाइवे पर टनल इसलिए बनाया गया है। क्योंकि रास्ते से चट्टान गिरने और भूस्खलन के चलते हमेशा घंटों रास्ता जाम हो जाता था। अब फोर लेन वाले एक्सप्रेस पर उन जगहोंपर टनल बनाया जा रहा है, जहां इस तरह की समस्याएं सबसे अधिक होती थी। NHAI ने सुचारू यातायात प्रवाह सुनिश्चित करने और मार्ग में बार-बार चट्टान गिरने और भूस्खलन के जोखिम से बचने के लिए नए चार-लेन राजमार्ग के साथ कई सुरंगें भी बनाई हैं।

चंड़ीगढ़ से मनाली जाने में कितना समय लगेगा?
एक बार ये प्रोजक्ट पूरा होने के बाद यात्री मात्र 6 घंटे की यात्रा करके अपने गंतव्य को पूरा करने में सक्षम होंगे। कीरतपुर और मनाली के बीच राजमार्ग परियोजना लगभग पूरी हो चुकी है और 15 जून से इसे पूरी तरह से सार्वजनिक उपयोग के लिए खोल दिया जाएगा। एक बार पूरी तरह से खुल जाने के बाद, यह राजमार्ग दिल्ली और मनाली के बीच यात्रा के समय को वर्तमान 14 घंटों से घटाकर केवल 10 घंटे कर देगा। हाईवे चंडीगढ़ और मनाली के बीच यात्रा के समय को भी घटाकर सिर्फ छह घंटे कर देगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अनुसार, नया राजमार्ग चंडीगढ़ और मनाली के बीच की दूरी को लगभग 40 किलोमीटर कम कर देगा।
भीड़-भाड़ से मिलेगी निजात
पंजाब में रूपनगर जिले में स्थित कीरतपुर और हिमाचल प्रदेश में मंडी जिले के हिस्से नेर चौक के बीच मौजूदा सड़क लगभग 115 किलोमीटर तक फैली हुई है। इस सड़क का सबसे भीड़भाड़ वाला हिस्सा स्वारघाट और बिलासपुर के बीच का हिस्सा है। धीमी गति और भारी यातायात के कारण वाहनों को पार करने में अक्सर 38 किलोमीटर के इस हिस्से में एक घंटे या उससे अधिक का समय लगता है।

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