Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Innova Hycross बनी पहली मेड इन इंडिया flex-fuel कार? 100 फीसद इथेनॉल से चलेगी ये गाड़ी

    By Atul YadavEdited By: Atul Yadav
    Updated: Wed, 30 Aug 2023 01:18 PM (IST)

    टोयोटा भारत में इनोवा हाईक्रॉस हाइब्रिड फ्लेक्स-फ्यूल प्रोटोटाइप की कई इकाइयों का परीक्षण जारी रखेगी। बाज़ार में लॉन्च और कीमत की घोषणा की समयसीमा अभी घोषित नहीं की गई है। कयास लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में कंपनी इस गाड़ी से जुड़ी अधिक विवरण का खुलासा कर सकती है। टोयोटा आगे कहती है कि यह प्रोटोटाइप बीएस 6 चरण II को फॉलो

    Hero Image
    पेट्रोल गाड़ी से कम पॉल्यूशन फैलाएगी ये कार

    नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। टोयोटा ने हाल ही में फ्लेक्स-फ्यूल हाइब्रिड पावरट्रेन से लैस इनोवा हाइक्रॉस को पेश कर दिया है। इस गाड़ी का अनावरण केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने किया था। कयास लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में ये गाड़ी बिक्री पर जा सकती है। टोयोटा का कहना है कि यह दुनिया का पहला बीएस6 स्टेज II-अनुपालक फ्लेक्स-फ्यूल व्हीकल है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पेट्रोल गाड़ी से कम पॉल्यूशन फैलाएगी ये कार

    इनोवा हाइक्रॉस फ्लेक्स-फ्यूल प्रोटोटाइप स्टैंडर्ड इनोवा हाइक्रॉस हाइब्रिड के समान, इलेक्ट्रिक मोटर के साथ 2.0-लीटर एटकिंसन साइकिल पेट्रोल इंजन के साथ आता है। यह इथेनॉल-मिश्रित पेट्रोल के साथ भी मानक मॉडल के समान प्रदर्शन करने में सक्षम है, जो टोयोटा के अनुसार, बेहद कम हाइड्रोकार्बन उत्सर्जन की पेशकश कर सकता है।

    टोयोटा आगे कहती है कि यह प्रोटोटाइप बीएस 6 चरण II-अनुपालक है, और 20 प्रतिशत से अधिक इथेनॉल मिश्रण के साथ पेट्रोल पर चल सकता है, जो वर्तमान में भारत में नॉर्म है।

    कब हो सकती है लॉन्च?

    फिलहाल, टोयोटा भारत में इनोवा हाईक्रॉस हाइब्रिड फ्लेक्स-फ्यूल प्रोटोटाइप की कई इकाइयों का परीक्षण जारी रखेगी। बाज़ार में लॉन्च और कीमत की घोषणा की समयसीमा अभी घोषित नहीं की गई है। कयास लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में कंपनी इस गाड़ी से जुड़ी अधिक विवरण का खुलासा कर सकती है।

    क्या फ्लेक्स फ्यूल

    वर्तमान में फ्लेक्स-फ्यूल को पेट्रोल-डीजल के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। यह एक आंतरिक दहन इंधन है जो गैसोलीन और मेथनॉल या इथेनॉल के साथ मिलकर तैयार किया जाता है। इस तरह के इंधन से पेट्रोल का इस्तेमाल कम होगा और कोस्ट कटिंग में मदद मिलेगी। वहीं, फ्लेक्स फ्यूल इंजन वाली कारें बिना किसी दिक्कत के अपने मानक फ्यूल के अलावा दूसरे ईंधन से भी चल सकती हैं।