Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सरकार ला रही Bharat NCAP 2.0, पहले से ज्यादा सख्त तरीकों से होगा गाड़ियां का सेफ्टी क्रैश टेस्ट

    Updated: Tue, 25 Nov 2025 11:35 AM (IST)

    भारत में कार सुरक्षा मानकों को बढ़ाने के लिए Bharat NCAP 2.0 आ रहा है। नए नियमों के तहत, गाड़ियों का क्रैश टेस्ट और भी बेहतर होगा, जिससे ग्राहकों को सुरक्षा का सही आकलन मिलेगा। रेटिंग सिस्टम में पांच सुरक्षा पहलू शामिल होंगे, और क्रैश टेस्ट में कई बदलाव किए जाएंगे। इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल और कर्टेन एयरबैग्स अनिवार्य होंगे। नया प्रोटोकॉल अक्टूबर 2027 से लागू होगा।

    Hero Image

    Bharat NCAP 2.0 कार सेफ्टी क्रैश टेस्ट

    ऑटो डेस्क, नई दिल्‍ली। भारत में कार सेफ्टी मानकों को और भी ज्यादा बेहतर करने के लिए Bharat NCAP 2.0 लाने जा रही है। इसके लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने AIS-197 (Revision 1) के तहत ड्राफ्ट नियम जारी किए हैं। इससे गाड़ियों का क्रैश टेस्ट पहले से ज्यादा बेहतरीन तरीके से होगा। इसका उद्देश्य खरीदारों को कार की वास्तविक सुरक्षा क्षमता का और साफ आकलन देना है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    क्या है Bharat NCAP 2.0?

    नई प्रस्तावित रेटिंग सिस्टम अब सिर्फ एडल्ट और चाइल्ड आक्यूपेंट प्रोटेक्शन तक सीमित नहीं रहेगा। इसमें कुल पांच सेफ्टी वर्टिकल्स शामिल किए गए हैं। इसमें मॉडल की सेफ्टी का पहले से ज्यादा बारीक तरीके से टेस्ट किया जाएगा।

    Bharat NCAP 2.0 में क्या बदलाव होंगे?

    नए क्रैश टेस्ट में कई बदलाव देखने के लिए मिलेंगे। नई रेटिंग एक 100-पॉइंट सिस्टम पर आधारित होगी। इसमें क्रैश प्रोटेक्शन 55%, वल्नरेबल रोड यूज़र प्रोटेक्शन 20%, सेफ ड्राइविंग 10%, एक्सीडेंट अवॉइडेंस 10%, पोस्ट-क्रैश सेफ्टी 5% को शामिल किया गया है। वहीं रेटिंग के लिए दो बड़े सुरक्षा फीचर अनिवार्य किए जा रहे हैं, जो इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC) और कर्टेन एयरबैग्स है। साथ ही ऑटोनॉमस इमरजेंसी ब्रेकिंग (AEB) अभी भी ऑप्शन के रूप में रहेगी। इसके अलावा, साइड-फेसिंग सीट्स वाली कारें किसी भी स्टार रेटिंग की पात्र नहीं होंगी।

    कैटेगरी Bharat NCAP 2.0 के नियम
    रेटिंग सिस्टम 100-पॉइंट स्कोरिंग
    पाँच पिलर और वेटेज
    1. क्रैश प्रोटेक्शन – 55%
    2. वल्नरेबल रोड यूज़र प्रोटेक्शन – 20%
    3. सेफ ड्राइविंग – 10%
    4. एक्सीडेंट अवॉइडेंस – 10%
    5. पोस्ट-क्रैश सेफ्टी – 5%
    अनिवार्य फीचर
    1. इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC)
    2. कर्टेन एयरबैग्स
    वैकल्पिक फीचर ऑटोनॉमस इमरजेंसी ब्रेकिंग (AEB)
    रेटिंग के लिए अयोग्य साइड-फेसिंग सीट वाली कारें
    क्रैश टेस्ट (कुल 5)
    1. 64 kmph ऑफसेट फ्रंटल इम्पैक्ट
    2. 50 kmph फुल-विड्थ फ्रंटल इम्पैक्ट
    3. 50 kmph मोबाइल लैटरल बैरियर इम्पैक्ट
    4. 32 kmph ऑब्लिक पोल साइड इम्पैक्ट
    5. 50 kmph मोबाइल रिगिड रियर इम्पैक्ट
    5-स्टार रेटिंग मानक
    1. 2027–29: 70 पॉइंट
    2. 2029–31: 80 पॉइंट
    3. पिलर-वार न्यूनतम स्कोर आवश्यक
    लागू होने की टाइमलाइन
    1. ड्राफ्ट ओपन फॉर कमेंट्स
    2. मौजूदा नियम समाप्ति: 20 सितंबर 2027
    3. नया सिस्टम लागू: अक्टूबर 2027

    5-स्टार रेटिंग के नए नियम

    2027–29 के बीच 5-स्टार पाने के लिए कम से कम 70 पॉइंट्स जरूरी होंगे। 2029–31 के लिए यह सीमा बढ़कर 80 पॉइंट्स हो जाएगी। हर पिलर में न्यूनतम स्कोर की शर्त भी लागू होगी।

    Bharat NCAP 2.0 में नए क्रैश टेस्ट

    अब कारों को कुल पांच प्रमुख क्रैश टेस्ट से गुजरना होगा और ये सभी बेस वेरिएंट पर होंगे। इसमें गाड़ियों को 64 kmph की स्पीड पर ऑफसेट फ्रंटल इम्पैक्ट टेस्ट, 50 kmph की स्पीड पर फुल-विड्थ फ्रंटल इम्पैक्ट टेस्ट किया जाएगा। इसके साथ ही 50 kmph की स्पीड पर मोबाइल लैटरल बैरियर इम्पैक्ट, ऑब्लिक पोल साइड इम्पैक्ट टेस्ट को 32 kmph की स्पीड पर और मोबाइल रिगिड रियर इम्पैक्ट टेस्ट को 50 kmph की स्पीड पर टेस्ट किया जाएगा।

    Bharat NCAP 2.0: कब लागू होगा?

    ड्राफ्ट को सार्वजनिक किया गया है और सुझाव/आपत्तियों के लिए खोला गया है। नया प्रोटोकॉल अक्टूबर 2027 से लागू होगा। इससे पहले मौजूदा दिशानिर्देश 20 सितंबर 2027 को समाप्त हो जाएंगे। नए बदलावों के साथ, खरीदारों को अधिक स्पष्ट और विश्वसनीय सेफ्टी रेटिंग मिलेगी। वहीं, कार कंपनियों के लिए अधिक उन्नत सुरक्षा तकनीकें अपनाना अनिवार्य हो जाएगा।