गाड़ी स्टार्ट करने से पहले डैशबोर्ड को देखें, हर संकेत का है कुछ खास मतलब
आपको डैशबोर्ड पर मौजूद वार्निंग लाइट सिग्नल और इंडिकेशन के बारें में जरूर पता होना चहिए। ये सेफ्टी के लिए काफी जरूरी है। आमतौर पर सभी कारों में सीट बेल्ट वार्निंग लाइट का आइकन स्पीड मीटर बॉक्स में दिखाई देता है।

नई दिल्ली,ऑटो डेस्क। भारतीय बाजार में दिन पर दिन टेक्नोलॉजी काफी तेजी से बढ़ते जा रही है। अगर आप कार के मालिक है तो आपको डैशबोर्ड पर मौजूद वार्निंग लाइट, सिग्नल और इंडिकेशन के बारें में जरूर पता होना चहिए। भारत में स्मार्ट कारों की डिमांड काफी तेजी से बढ़ते जा रही है। अगर आप इसके बारे में सही तरीके से जानते और समझते नहीं हैं तो आपको ड्राइविंग के दौरान कई परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
डोर-ओपन वार्निंग लाइट (Door-open warning light)
डोर-ओपन वार्निंग लाइट का अलर्ट कार के डैशबोर्ड पर तब नजर आती है जब कार का कोई भी डोर यानी दरवाजा ठीक तरीके से बंद नहीं होता है। टेलगेट ठीक ढंग से न बंद होने पर भी वार्निंग लाइट का अलर्ट देखने को मिलता है।
सीट बेल्ट वार्निंग लाइट (Seat Belt warning light)
कार में सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य हो चुका है। ये सेफ्टी के लिए काफी जरूरी है। आमतौर पर सभी कारों में सीट बेल्ट वार्निंग लाइट का आइकन स्पीड मीटर बॉक्स में दिखाई देता है। सफर के दौरान कार ड्राइवर या कोई पैसेंजर सीट बेल्ट नहीं लगाया होता है तो ये खुद ब खुद बजने लगता है।
एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS )
कार का जब एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम और हैंड ब्रेक वॉर्निंग लाइट खराब होता है तब ये लाइट जलती है। लेकिन आपको फीर भी इसको चेक करा लेना चहिए, ताकि कोई भी दिक्कत हो उसे आप समय रहते ही ठीक कर सके।
इंजन वार्निंग लाइट (Engine warning light)
आपकी कार में इसका होना सबसे अहम होता है। अगर आपकी गाड़ी के इंजन में कोई भी खराबी होती है तो वॉर्निंग लाइट वाली ये आइकन टिमटिमाने लगता है। इसके मदद से आपको इंजन की खराबी का पता चल जाता है।
बैटरी चार्ज वार्निंग लाइट (Battery Charge Warning Light)
इसमें मैथमेटिकल सिंबल का इस्तेमाल किया गया है। अगर ये लाइट जलती है तो इसका मतलब ये होता है कि ये ड्राइवर को इस बात का अलर्ट देता है कि बैटरी चार्जिंग में कोई परेशानी या तकनीकी समस्या तो नहीं है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।