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ऑडी से लेकर BMW तक, जानें इन कंपनियों के कौन हैं असली मालिक

जानें उन कार कंपनियों के असली मालिक के बारे में जिनकी कारें आप खरीदना चाहते हैं और काफी पसंद भी करते हैं

By Ankit DubeyEdited By: Published: Mon, 04 Jun 2018 11:40 AM (IST)Updated: Tue, 05 Jun 2018 12:46 PM (IST)
ऑडी से लेकर BMW तक, जानें इन कंपनियों के कौन हैं असली मालिक
ऑडी से लेकर BMW तक, जानें इन कंपनियों के कौन हैं असली मालिक

नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। वर्ष 2008 का दौर था जब ऑटो इंडस्ट्री को आर्थिक मंदी ने बदल कर रख दिया। बिक्री में लगातार गिरावट के चलते विभिन्न ब्रांड्स ने एक दूसरे से हाथ मिला लिया था, जिसके चलते ऑटो इंडस्ट्री को फिर से खड़ा होने का मौका मिला और नई ऑपरेशन की रणनीति के लिए नया स्ट्रक्चर तैयार किया। यह स्ट्रक्चर दिखने में काफी सीधा है, लेकिन असल में काफी जटिल है। आज हम आपको अपनी इस खबर में बताने उन कार कंपनियों के असली मालिक के बारे में जानकारी दे रहे हैं जिनकी कारें आप खरीदना भी चाहते हैं और उन्हें काफी पसंद भी करते हैं।

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डेलमर AG

मर्सिडीज की कारें बनाने वाले डेलमर-बेंज की शुरुआत जर्मनी में 1926 में हुई थी जिसे अब डेलमर AG के नाम से जाना जाता है। डेलमर AG ग्रुप के पास कई ब्रांड्स मौजूद हैं जो दुनियाभर में काफी फेमस हैं। इस ग्रुप के पास मर्सिडीज-बेंज, मर्सिडीज-AMG, स्मार्ट और हैवी व्हीकल कंपनियां जैसे डायमलर ट्रक्स, भारत-बेंज आदि शामिल हैं। इसके बाद 2012 में इस कंपनी ने अपने लग्जरी डिवीजन में मैबेक (Maybach) को शामिल किया।

BMW

एयरक्राफ्ट के इंजन बनाने वाली कंपनी BMW की शुरुआत 1916 में हुई थी, जो कि धीरे-धीरे मोटरसाइकिल और फिर कार बनाने लगी। बता दें BMW ग्रुप ने 1998 में लग्जरी कार बनाने वाली कंपनी रॉल्स रॉयस को खरीदा था और इसके बाद रोवर ग्रुप से 1994 में ब्रिटिश स्मॉल कार ब्रांड मिनी को खरीद लिया। इसके बाद वर्ष 2000 में रोवर ग्रुप टूट गया और मिनी ब्रांड BMW के पास चला गया।

फॉक्सवैगन ग्रुप

फॉक्सवैगन ग्रुप दुनिया की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी है। इस कंपनी को 'लोगों की कार' का खिताब मिला हुआ है। वर्ष 1937 में इस कंपनी की शुरुआत जर्मनी में नाजी ट्रेड यूनियन द्वारा की गई थी। फॉक्सवगैन के पास इस वक्त ऑडी, पोर्शे, बुगाटी, लेम्बोर्गिनी, सीट, स्कोडा मैन ट्रक्स, डुकाटी, स्कैनिया और बेंटले जैसे ब्रांड्स मौजूद हैं।

फिएट

फैब्रिका इटेलियाना ऑटोमोबाइल टोरिनो (FIAT) की शुरुआत रोड़, ट्रैन, ट्रैक्टर्स और एयरप्लेन के लिए इंजन बनाने के तौर पर हुई थी। वर्ष 2009 में फिएट ने क्राइस्लर को खरीद लिया था और बाद में दिवालिया होने के लिए आवेदन दिया जिसके बाद FCA के तौर पर सब्सिडियरी कंपनी बनाई गई। अब इस कंपनी के पास अबार्थ, अल्फा रोमियो, मासेराटी और क्राइस्लर ब्रांड्स जैसे जीप, डॉज, रैम, SRT शामिल हैं। इसके बाद 1969 में फरारी में 50 फीसद हिस्सेदारी खरीद ली थी और इसे 1988 में 90 फीसद तक बढ़ा लिया। इसके बाद 2014 अक्टूबर में फरारी से अलग होने की घोषणा की और अक्टूबर 2015 में कंपनी ने इसका प्रोसेस शुरू कर दिया था। इसके बाद जनवरी 2016 में फरारी एक अलग कंपनी के तौर पर उभर के सामने आई।

टाटा मोटर्स

देश की दिग्गज कार निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स ने वर्ष 2008 के दौरान फोर्ड मोटर कंपनी से जैगुआर लैंड रोवर का बिजनेस खरीदा था। कंपनी ने जैगुआर लैंड रोवर को 2.3 अरब डॉलर के ऑल कैश ट्रांजैक्शन में खरीदा था।


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