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    सेकेंड हैंड कार खरीदते समय कहीं डीलर थमा न दें बाढ़ से प्रभावित गाड़ी, इन टिप्स से लगाए पता

    By Sonali SinghEdited By:
    Updated: Mon, 25 Jul 2022 11:55 AM (IST)

    अगर आप इन दिनों एक सेकेंड हैंड कार लेने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपके लिए जरूरी हो सकती है।मानसून के बाद मार्केट में बड़ी संख्या में बाढ़ के पानी से खराब हुई कारों को नया कर बेचा जाता है इसलिए आज हम इसे पहचानने की टिप्स बताएंगे।

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    ये हैं बाढ़ में डूबी कार को पहचानने के टिप्स

    नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। Car Care Tips:  बारिश का मौसम शुरू होते ही कई इलाकों में पानी भरने या बाढ़ आने जैसी समस्या होना आम बात है। ऐसे में सेकेंड हैंड कार बाजार में इस तरह के बाढ़ प्रभावित कारों की भरमार हो जाती है, जिसे बाद में डीलर नया पेंट चढ़ाकर ग्राहकों को बेच देते हैं। अगर इन दिनों आप एक सेकेंड हैंड कार लेने की योजना बना रहे हैं तो हो सकता है कि आपका डीलर आपको इसकी तरह की कोई कार थमा दें और आपको पता भी न चलें। इसलिए आज हम कुछ ऐसे टिप्स लेकर आए हैं जिसे अपनाकर आप बाढ़ से खराब हो चुके कारों को खरीदने से बच सकते हैं।

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    पानी या कीचड़ के निसान

    बाढ़ से प्रभावित हुए कारों को पहचानने का सबसे आसान तरीका है उनमे बनने वाले पानी या कीचड़ के निशान को खोजना। अक्सर इस तरह की कारों को बेचते समय उन्हे अच्छी तरह से साफ किया जाता है। फिर भी कार के कुछ ऐसे पार्ट्स होते हैं जिसे पनि से साफ नहीं किया जा सकता है, वहां पानी या कीचड़ के निशान खोजें। ऐसे स्थान हैं-इंजन के आसपास या स्पेयर व्हील के लिए हाउसिंग में बूट फ्लोर के नीचे, हेड और टेल-लाइट्स वाला एरिया।

    नया पेंट कलर देखने पर हो जाएं सावधान

    बहुत बार कार के एक्सटिरीयर पर बाढ़ की वजह से आए पानी के दाग को छुपना मुश्किल हो जाता हअी। ऐसे में कार डीलर इसे एक फिर से पेंट कर देते हैं। इस तरह कार को किसी भी एंगल से देखने पर इसमें लगे निशान को खोज पान मुश्किल होता हअी। पर डैश के पीछे और ग्लोवबॉक्स के अंदर के हाल से इसका पता लगाया जा सकता है।इसके अलावा ऊपरी और निचले सीट अपहोल्स्ट्री का रंग अलग होना इस बात का संकेत है कि कार का आधा हिस्सा पानी में डूबा था।

    केबिन से भी चल सकता है पता

    कार के बाहरी हिस्सों के अलावा आप इसके केबिन से भी कार के हाल का पता लगा सकते हैं। बहुत दिनों तक पानी में खड़े रहने की वजह से कार के केबिन से सीलन या कीचड़ की बदबू आने लगती है। इसे हटाने के लिए डीलर कार फ्रेशनर का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए, अगर कार खरीदने के दौरान इसके केबिन से सामान्य से ज्यादा फ्रेशनर की खुशबू आए तो सावधान हो जाइए। खरीदी जाने वाली कार बाढ़ के पानी में डूबी थी या नहीं इसे पता लगाने का सबसे आसान तरीका है कि जब आप इसकी चेकिंग करने जाएं तो कंप्रेसर या ब्लोअर या फिर AC ऑन करके इससे आने वाली महक से इसका पता लगा सकते है। यह आपको इंजन का सही हाल बताएगी।