गियर बदलते समय बरतें ये सावधानियां, बढ़ जाएगी कार की माइलेज और परफॉरमेंस
कार का माइलेज बढ़ाने कि लिए जरूरी है कि आप इसकी गियर शिफ्टिंग सही ढंग से करें। ये एक ऐसा काम है जो एक्सपर्ट ड्राइवर भी भूल जाते हैं। क्या है गियर शिफ्टिंग का सही तरीका आइए जानते हैं। (फाइल फोटो)।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। कार चलाते समय ठीक से गियर शिफ्टिंग करना बहुत जरूरी है। ऐसा करने से आपकी गाड़ी का माइलेज और परफॉरमेंस दोनों ही बढ़ जाएगा। अगर आप एक ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कार चलाते हैं तो आपके लिए ड्राइविंग आसान रहती है।
ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ आने वाली कार में लगे सेंसर्स अपने हिसाब से इसकी स्पीड को डिटेक्ट करके गियर शिफ्ट कर लेते हैं। यही कारण है कि लोग अभी भी अच्छा माइलेज पाने के लिए मैनुअल गियर वाली कार खरीद लेते हैं, लेकिन केवल ऐसा करने से कोई फायदा नहीं होने वाला है। अच्छा माइलेज पाने के लिए अलग-अलग परिस्थिति में आपको सही तरीके से गियर शिफ्टिंग करनी भी आनी चाहिए।
'ब्रेक टू स्लो-गियर्स टू गो' नियम का रखें ध्यान
गाड़ी चलाते समय ये नियम बहुत कारगर साबित होता है। जैसा कि लिखा जाता है, 'ब्रेक टू स्लो-गियर्स टू गो'। इसका मतलब हुआ कि जैसे ही गाड़ी की स्पीड बढ़े, गियर भी हाई कर दीजिए और स्पीड घटने के साथ इसे कम कर दीजिए।
हमेशा ध्यान रखें कि कार को एकदम से टॉप गियर से घटाकर पहले गियर पर न लाएं या फिर पहले गियर से निकलकर सीधे टॉप में न जाएं। ऐसा करने पर कार के ट्रांसमिशन पर बुरा असर पड़ता है और फिर कार का माइलेज भी प्रभावित होता है।
ऐसे बदलें गियर
कार चलाते समय सबसे पहले सुनिश्चित करें कि किस जगह पर कितनी स्पीड से गाड़ी चलनी चाहिए। ड्राइविंग के समय फालतू एक्सिलरेट करने से भी बचें। कार पहले गियर पर है और आप उसे रेव दिए जा रहे हैं तो ऐसा न करें। भीड़भाड़ भरे इलाकों में पहले या दूसरे गियर के साथ गाड़ी को आगे बढ़ाते रहिए। जैसे ही आपके सामने खुली सड़क आए, गति सीमा को ध्यान में रखते हुए कार की स्पीड के साथ गियर शिफ्ट करते जाइए।