Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गाड़ियों में ऑटोमोटिव सेंसर के क्या है फायदे, माइलेज बढ़ाने में कैसे करते है मदद

    वर्तमान में आने वाली लगभग सभी कारों में एडवांस फीचर्स और सेंसर दिए होते हैं। यह सेंसर पैसेंजर की सेफ्टी बनाए रखने के साथ ही माइलेज भी बेहतर बनाकर रखते हैं। इतना ही नहीं इनके खराब होने पर गाड़ी के माइलेज पर भी असर पड़ता है। जिसे देखते हुए हम यहां पर आपको उन सेंसर के बारे में बता रहे हैं जिनके खराब होने पर माइलेज पर असर पड़ता है।

    By Mrityunjay Chaudhary Edited By: Mrityunjay Chaudhary Updated: Tue, 24 Sep 2024 10:00 PM (IST)
    Hero Image
    ऑटोमेटिव सेंसर का कैसे पड़ता है माइलेज पर असर?

    ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। हाल के समय में आने वाली गाड़ियां पहले से काफी ज्यादा एडवांस हो गई हैं। हाल के समय में आने वाली लगभग सभी कारें सेंसर से लैस होती है। गाड़ियों में लगे न सिर्फ आपकी सेफ्टी को बढ़ाते हैं, बल्कि माइलेज भी बढ़ाने में भी मददगार होते हैं। आइए जानते हैं कि यह किस तरह से काम करते हैं और गाड़ी की माइलेज पर कितना असर डालते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    1. ऑक्सीजन सेंसर

    यह सेंसर निकलने वाली गैसों में बिना जली ऑक्सीजन की मात्रा को चेक करता है। आप इस तरह से समझ सकते हैं यह हवा में फ्यूल की निगरानी करता है। अगर यह सही से काम नहीं करता हैं तो फ्यूल एफिशिएंसी और एमिशन पर असर पड़ता है। इसकी वजह से कार का माइलेज पर असर पड़ता है।

    यह भी पढ़ें- कार में रेडिएटर को साफ करने से मिलते हैं बड़े फायदे, जंग लगने से होगा बचाव, इंजन की बढ़ेगी उम्र

    2. मास एयर फ्लो (MAF) सेंसर

    MAF सेंसर इंजन में एंट्री करने वाली हवा की क्वांटिटी को मापता है। अगर यह खराब होता है तो एयर-फ्यूल मिक्सर की रीडिंग खराब आएगी, जिसके वजह से अधूरा दहन और कम फ्यूल इकोनॉमी दिखा सकती है। यानी इसके खराब होने पर कार के माइलेज पर असर पड़ेगा।

    3. थ्रॉटल पोजिशन सेंसर (TPS)

    TPS वाल्व की सिचुएशन पर नजर रखता है। अगर यह खराब होता है तो थ्रोटल पोजीशन सेंसर, मास एयर फ्लो सेंसर को गलत जानकारी भेजेगा। इससे एयर-फ्यूल मिक्सर पर असर पड़ता है। जिसकी वजह से इंजन सही से काम नहीं करता है। इंजन का सही से काम नहीं करने पर माइलेज पर असर पड़ता है।

    4. फ्यूल प्रेशर सेंसर

    यह सेंसर सिस्टम में फ्यूल के प्रेशर को चेक करने का काम करता है। गलत रीडिंग के वजह से फ्यूल टू एयर रोशियो गलत आती है, जिसके परिणामस्वरूप फ्यूल एफिशिएंसी कम हो सकती है और इंजन पर इसका बुरा असर पड़ सकता है। इंजन पर बुरा असर पड़ने पर माइलेज कम हो सकता है।

    यह भी पढ़ें- फैमिली के साथ कार से लॉन्ग ट्रिप पर जाने से पहले पूरी करें ये चेक लिस्ट, सफर में नहीं होगी दिक्कत

    5. टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS)

    TPMS सेंसर गाड़ियों के टायरों में आने वाली किसी भी तरह की समस्या का पता लगाता है। टायरों से संबंधित समस्याओं का पता लगाकर वह आपके स्क्रीन पर दिखाता है। इससे आपको पता चल जाता है कि टायर में कितनी हवा है, वह पंचर है कि नहीं। दरअसल टायरों में एयर प्रेशर कम और ज्यादा दोनों होने पर कार के माइलेज पर असर पड़ता है।