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    बाइक और स्कूटर के लिए PUC सर्टिफिकेट क्यों है जरूरी? नहीं हुआ तो क्या होगा?

    Updated: Thu, 18 Dec 2025 02:48 PM (IST)

    दिल्ली समेत कई शहरों में प्रदूषण को देखते हुए BS6 से पुराने वाहनों पर सख्ती हो रही है। PUC सर्टिफिकेट दोपहिया वाहनों के लिए भी अनिवार्य है। PUC यह प्र ...और पढ़ें

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    क्या मोटरसाइकिल–स्कूटर के लिए भी जरूरी है PUC सर्टिफिकेट?

    स्मार्ट व्यू- पूरी खबर, कम शब्दों में

    ऑटो डेस्क, नई दिल्‍ली। दिल्ली समेत देश के कई बड़े शहरों में वायु प्रदूषण गंभीर समस्या बन चुका है। खासकर सर्दियों के मौसम में हालात और बिगड़ जाते हैं। इसी को देखते हुए सरकार ने प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए वाहनों पर सख्ती बढ़ा दी है।

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    दिल्ली में BS6 से पुराने वाहनों की एंट्री पर रोक, और 18 दिसंबर से PUC सर्टिफिकेट के बिना पेट्रोल-डीजल न देने जैसे फैसले इसी दिशा में उठाए गए कदम हैं। अक्सर लोगों के मन में यह भ्रम रहता है कि ये नियम सिर्फ कार, बस या ट्रक जैसे चारपहिया और कमर्शियल वाहनों पर लागू होते हैं।

    लेकिन सच्चाई यह है कि बाइक और स्कूटर जैसे दोपहिया वाहन भी इन नियमों के दायरे में आते हैं। आइए इसके बारे में विस्तार में जानते हैं।

    PUC सर्टिफिकेट क्या होता है?

    PUC का मतलब है Pollution Under Control। यह एक सरकारी मान्यता प्राप्त प्रमाणपत्र होता है, जो यह साबित करता है कि आपके वाहन से निकलने वाला धुआं (एग्जॉस्ट एमिशन) सरकार द्वारा तय प्रदूषण मानकों के भीतर है। इसमें मुख्य रूप से यह देखा जाता है कि वाहन से निकलने वाली गैसें जैसे- कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) और हाइड्रोकार्बन (HC) तय सीमा से ज्यादा तो नहीं हैं।

    अगर ये गैसें ज्यादा मात्रा में निकलती हैं, तो वे हवा को जहरीला बनाती हैं। सांस की बीमारियों का खतरा बढ़ाती हैं। पर्यावरण और आम लोगों की सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं।

    क्या बाइक और स्कूटर के लिए PUC सर्टिफिकेट अनिवार्य है?

    भारत में मोटर व्हीकल एक्ट, 1988 के तहत दोपहिया, चारपहिया और कमर्शियल वाहन सभी के लिए PUC सर्टिफिकेट कानूनी रूप से जरूरी है। यानि अगर आप बाइक या स्कूटर चला रहे हैं, तो PUC रखना उतना ही जरूरी है जितना ड्राइविंग लाइसेंस, RC और इंश्योरेंस। PUC न होने पर वाहन चलाना कानून का उल्लंघन माना जाता है।

    अगर बाइक या स्कूटर का PUC नहीं है तो क्या होगा?

    अगर आपके पास वैध PUC सर्टिफिकेट नहीं है और आप वाहन चला रहे हैं, तो आपको कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

    1. चालान और जुर्माना: पहली बार पकड़े जाने पर 1,000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। बार-बार नियम तोड़ने पर जुर्माना बढ़ सकता है और कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है
    2. दिल्ली में फ्यूल नहीं मिलेगा: 18 दिसंबर से दिल्ली में PUC के बिना पेट्रोल-डीजल देने पर रोक लगा दी गई है। अब न केवल कार बल्कि, बाइक या स्कूटर में फ्यूल भरवाने से पहले भी PUC दिखाना पड़ सकता है
    3. इंश्योरेंस से जुड़ी परेशानी: इंश्योरेंस रिन्यू करते समय PUC की जरूरत पड़ती है। किसी एक्सीडेंट या क्लेम के समय PUC न होने पर दिक्कत आ सकती है।
    4. कानूनी जोखिम: ट्रैफिक चेकिंग के दौरान वाहन जब्त होने जैसी परेशानी भी हो सकती है। लगातार नियमों की अनदेखी करने पर केस तक बन सकता है।

    PUC सर्टिफिकेट की वैधता कितनी होती है?

    PUC की वैधता वाहन की उम्र पर निर्भर करती है। नई खरीदी गई बाइक या स्कूटर के लिए आमतौर पर 1 साल का PUC मिलता है। वहीं, एक साल पुराने वाहन के लिए पहले साल के बाद हर 6 महीने में PUC रिन्यू कराना होता है। पुरानी या ज्यादा चल चुकी बाइकों में एमिशन ज्यादा होने की संभावना रहती है। इसलिए कई बार जांच और जल्दी करानी पड़ती है। समय पर PUC रिन्यू न कराना नियमों का उल्लंघन माना जाता है।

    PUC सर्टिफिकेट क्यों इतना जरूरी है?

    PUC सिर्फ सरकारी औपचारिकता नहीं है, बल्कि इसके पीछे कई अहम वजहें हैं।

    1. प्रदूषण नियंत्रण: यह सुनिश्चित करता है कि आपकी बाइक जरूरत से ज्यादा धुआं न छोड़े। शहरों की हवा को साफ रखने में मदद मिलती है।
    2. आपकी सेहत की सुरक्षा: ज्यादा प्रदूषण से अस्थमा, एलर्जी और सांस की बीमारियां बढ़ती हैं। PUC वाहन की फिटनेस का भी संकेत देता है।
    3. कानूनी सुरक्षा: ट्रैफिक चेकिंग के दौरान आप बिना डर के दस्तावेज दिखा सकते हैं। चालान और जुर्माने से बचाव होता है
    4. इंश्योरेंस क्लेम में मदद: वैध PUC होने से इंश्योरेंस से जुड़े मामलों में परेशानी नहीं आती है।

    PUC सर्टिफिकेट कैसे बनवाएं?

    PUC बनवाने की प्रक्रिया बहुत आसान है। अपने नजदीकी अधिकृत Emission / PUC Testing Center पर जाएं। वहां मशीन से आपकी बाइक या स्कूटर की एमिशन जांच की जाएगी। अगर वाहन तय मानकों पर खरा उतरता है, तो आपको तुरंत PUC सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाएगा। इसमें ज्यादा समय या खर्च नहीं लगता।

    क्या PUC सर्टिफिकेट ऑनलाइन बन सकता है?

    यह पूरी तरह ऑनलाइन नहीं। इसके पीछे का कारण PUC के लिए वाहन की फिजिकल जांच जरूरी होती है। हालांकि, Parivahan पोर्टल के जरिए आप ये काम ऑनलाइन कर सकते हैं। ऑनलाइन आप PUC की वैधता चेक कर सकते हैं। आवेदन या टेस्ट की स्थिति देख सकते हैं। टेस्ट के बाद PUC सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकते हैं। लेकिन टेस्ट के लिए आपको सेंटर पर जाना ही होगा।

    हमारी राय

    अगर आप बाइक या स्कूटर चलाते हैं, तो PUC को नजरअंदाज करना आपको भारी पड़ सकता है। खासकर दिल्ली जैसे शहरों में, जहां प्रदूषण को लेकर सख्ती बढ़ गई है। PUC न सिर्फ आपको चालान से बचाता है, बल्कि पर्यावरण और आपकी सेहत की भी रक्षा करता है। इसलिए बेहतर यही है कि समय पर PUC बनवाएं, रिन्यू कराते रहें और नियमों का पालन करें, ताकि सफर भी सुरक्षित रहे और हवा भी साफ।