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Uttarakhand Forest Fire: पहाड़ों में धुंए के गुबार, 24 घंटे में 68 जगह जले जंगल; अब तक गई पांच लोगों की जान

Uttarakhand Forest Fire 24 घंटे के भीतर प्रदेश में आग की 68 नई घटनाएं हुईं जिनमें कुल 120 हेक्टेयर वन क्षेत्र को भारी नुकसान पहुंचा है। फायर सीजन में अब तक कुल 998 घटनाओं में 1317 हेक्टेयर वन क्षेत्र जल चुका है। आग बुझाने के लिए वन विभाग ने पूरी ताकत झोंक दी है। फील्डकर्मियों से लेकर मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों को भी आग नियंत्रण पर लगा दिया गया है।

By Vijay joshi Edited By: Nirmala Bohra Published: Wed, 08 May 2024 08:11 AM (IST)Updated: Wed, 08 May 2024 08:11 AM (IST)
Uttarakhand Forest Fire: अब तक कुल 998 घटनाओं में 1,317 हेक्टेयर वन क्षेत्र जला

जागरण संवाददाता, देहरादून: Uttarakhand Forest Fire: उत्तराखंड के जंगलों पर आग का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। शुष्क मौसम के चलते तेजी से फैल रही आग से पूरा प्रदेश बेहाल है। पहाड़ों में धुंए के गुबार छाये हुए हैं और दृश्यता घट गई है। पौड़ी में श्रीनगर के पास जंगल की आग बुझाने में जुटे सेना के हेलीकाप्टर को भी धुंए के कारण घंटों इंतजार करना पड़ा।

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24 घंटे के भीतर प्रदेश में आग की 68 नई घटनाएं हुईं, जिनमें कुल 120 हेक्टेयर वन क्षेत्र को भारी नुकसान पहुंचा है। फायर सीजन में अब तक कुल 998 घटनाओं में 1,317 हेक्टेयर वन क्षेत्र जल चुका है। साथ ही अब तक जंगल की आग से पांच व्यक्तियों की मृत्यु हो चुकी है और चार घायल हुए हैं।

जंगलों के झुलसने का सिलसिला जारी

उत्तराखंड में जंगलों के झुलसने का सिलसिला जारी है। वन विभाग सेना के सहयोग से लगातार आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहा है। शरारती तत्व भी वन विभाग की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं। अब तक इस सीजन में जंगल में आग लगाने पर वन संरक्षण अधिनियम और वन अपराध के तहत 388 मुकदमे दर्ज कराए जा चुके हैं। जिनमें 328 मुकदमे अज्ञात और 60 मुकदमे ज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध कराए गए हैं। साथ ही अब तक कुल 60 व्यक्तियों को जंगल में आग लगाने पर गिरफ्तार किया जा चुका है।

वन विभाग की ओर से मुख्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। साथ ही जंगल की आग की सूचना देने के लिए नंबर भी जारी किए गए हैं। लोग 18001804141, 0135-2744558 पर फोन कर सकते हैं। साथ ही 9389337488 व 7668304788 पर वाट्सएप के माध्यम से भी सूचित कर सकते हैं। इसके अलावा राज्य आपदा कंट्रोल रूम देहरादून को 9557444486 और हेल्पलाइन 112 पर भी आग की घटना की सूचना दे सकते हैं।

एमआइ-17 ने अदवाणी के जंगल में लगी आग पर बरसाया पानी

पौड़ी जिले के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए वायु सेना का एमआइ-17 हेलीकाप्टर दूसरे दिन विकासखंड कल्जीखाल के अदवाणी के जंगलों में लगी आग को बुझाने में जुटा रहा। अलकनंदा नदी पर श्रीनगर जलविद्युत परियोजना की झील से पानी अपलिफ्ट कर प्रभावित क्षेत्रों में डाला जा रहा है।

वहीं, आग से चारों ओर धुआं होने से सुबह के समय विजिबिलिटी कम होने से हेलीकाप्टर उड़ान नहीं भर पा रहा है। दिन में करीब 11 बजे पायलट ने रेकी कर जंगल में लगी आग के स्थलों की पहचान की।

अपराह्न तीन बजे के बाद ही विजिबिलिटी बढ़ने पर अदवाणी के जंगल में आग बुझाने का अभियान शुरू किया गया। दूसरी ओर मंगलवार को श्रीनगर मोटर मार्ग पर श्रीकोट स्थित नर्सिंग कालेज के समीप सड़क के किनारे पहुंची आग के चलते कुछ समय के लिए वाहनों को रोका गया।

प्रदेश में अब तक जंगल की आग की स्थिति

  • क्षेत्र, घटना, प्रभावित क्षेत्र
  • गढ़वाल क्षेत्र, 370, 441
  • कुमाऊं क्षेत्र, 546, 776
  • वन्यजीव आरक्षित, 82, 100
  • कुल, 998, 1317
  • मानव घायल, 04
  • मानव मृत्यु, 05
  • (प्रभावित क्षेत्र हेक्टेयर में है।)

वन विभाग ने झोंकी ताकत, आग पर काबू पाने का दावा

देहरादून: जंगल की आग बुझाने के लिए वन विभाग ने पूरी ताकत झोंक दी है। फील्डकर्मियों से लेकर मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों को भी आग नियंत्रण पर लगा दिया गया है। वन विभाग मुख्यालय स्तर पर तैनात वरिष्ठ अधिकारियों को भी जनपदों में भेज दिया गया है। इसमें जिला प्रशासन के अधिकारियों-कर्मचारियों की ओर से भी सहयोग किया जा रहा है।

कृषि भूमि में खेतों की सफाई से उत्पन्न मलबा व वन क्षेत्र के निकट असुरक्षित ढंग से कूड़ा जलाने और वन क्षेत्रों में धूमपान, अन्य ज्वलनशील सामग्री का अनुचित निस्तारण, लापरवाही बरतने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। पिछले दो दिनों में 63 प्रतिशत आग पर काबू पा लिया गया है।


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