Pune Car Accident: पुणे कार हादसे के आरोपी पिता को कोर्ट ने पुलिस हिरासत में भेजा; रास्ते में कारोबारी पर लोगों ने फेंकी स्याही
Pune Car Accident Case पुणे कार दुर्घटना मामले में 17 वर्षीय नाबालिग आरोपी के पिता को बुधवार को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया। इस दौरान कोर्ट ने उसे 24 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। वहीं आरोपी के पिता को कोर्ट ले जाते समय कुछ लोगों ने कथित तौर पर पुलिस वाहन पर स्याही फेंक दी।
एएनआई, पुणे। Pune Car Accident Case: पुणे कार दुर्घटना मामले में 17 वर्षीय नाबालिग आरोपी के पिता को बुधवार को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया। इस दौरान कोर्ट ने उसे 24 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। समाचार एजेंसी एएनआई ने यह जानकारी दी है। वहीं, आरोपी के पिता को कोर्ट ले जाते समय कुछ लोगों ने कथित तौर पर पुलिस वाहन पर स्याही फेंक दी।
पुलिस वाहन पर फेंकी गई स्याही
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस वाहन पर स्याही दोपहर 2.30 बजे फेंकी गई। उन्होंने कहा कि किशोर के पिता को महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर शहर से मंगलवार शाम को हिरासत में लिया गया था और उन्हें अतिरिक्त सत्र अदालत के न्यायाधीश के समक्ष पेश करने के लिए यहां शिवाजी नगर इलाके में अदालत परिसर में लाया जा रहा था। इसी दौरान यह घटना घटी।
#WATCH | Pune car accident case | People throw ink at the police van in which the father of the minor accused was brought to court. pic.twitter.com/spGvwhCi1Y— ANI (@ANI) May 22, 2024
रियल एस्टेट कारोबारी है किशोर का पिता
मालूम हो कि पुणे कार दुर्घटना में शामिल 17 वर्षीय किशोर के पिता को पुलिस ने मंगलवार को हिरासत में लिया है। इसके साथ ही किशोर को शराब परोसने के लिए दो होटल के तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। तीन आरोपितों को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने तीनों को 24 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पुलिस ने किशोर के पिता के खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। किशोर का पिता रियल एस्टेट कारोबारी है।
अपराध शाखा कर रही है मामले की जांच
एक अधिकारी ने पहले बताया कि इन मामलों की जांच अपराध शाखा को सौंप दी गयी है। घटना के संबंध में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, किशोर के पिता ने यह जानते हुए भी कि उसके बेटे के पास वैध ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है, उसे कार दे दी। उन्होंने बेटे को कार देकर उसकी जान खतरे में डाली और उसे पार्टी करने की भी अनुमति दे दी जबकि वह जानता था कि उसका बेटा शराब पीता है।