Move to Jagran APP

Mehbooba Mufti 'जम्मू-कश्मीर का मौजूदा दौर कठिन', महबूबा मुफ्ती ने आर्टिकल 370 के प्रावधानों पर फिर उठाए सवाल

अनंतनाग-राजौरी निर्वाचन क्षेत्र से पीडीपी उम्मीदवार महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर के मौजूदा दौर को कठिन बताया। उन्होंने कहा कि साल 2019 में केंद्र सरकार के फैसले लिए गए और उसके बाद जो हालात हुए वो लोगों को मंजूर नहीं। लोग पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) से कुछ समय से नाराज हो सकते हैं लेकिन उन्हें एहसास है कि पार्टी ने उन्हें टास्क फोर्स विद्रोही इखवान समूह और पोटा से बचाया है।

By Agency Edited By: Deepak Saxena Published: Mon, 29 Apr 2024 04:07 PM (IST)Updated: Mon, 29 Apr 2024 04:07 PM (IST)
महबूबा मुफ्ती ने आर्टिकल 370 के प्रावधानों पर फिर उठाए सवाल (फाइल फोटो)।

पीटीआई, श्रीनगर। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के मौजूदा दौर को कठिन बताया है। उन्होंने मतदाताओं से मौजूदा लोकसभा चुनाव में अपने वोटों के माध्यम से संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने की बात कही। साथ ही कहा कि साल 2019 में केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर को लेकर जो प्रावधान किए गए हैं वो स्वीकार्य नहीं हैं।

loksabha election banner

अनंतनाग जिले के लारकीपोरा इलाके में बैठक को संबोधित करते हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विधानसभा चुनाव नहीं है। यह इस बारे में नहीं है कि पीडीपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस या कांग्रेस जीतेगी या नहीं। यह चुनाव इस बारे में है यह संदेश देना है कि 2019 में लिए गए फैसले और उसके बाद जो हुआ वह लोगों को स्वीकार्य नहीं है।

कठिन दौर से गुजरा है जम्मू-कश्मीर

भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले केंद्र ने अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर को विशेष अधिकार देने वाले अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त कर दिया और तत्कालीन राज्य को केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया। मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर अतीत में बहुत कठिन दौर से गुजरा है और वर्तमान स्थिति भी कठिन है।

ये भी पढ़ें: Jammu Kashmir News: राजौरी में इस पार्टी के लिए चुनाव प्रचार कर सकते हैं अमित शाह, NC और PDP की बढ़ेगी मुश्किलें

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने अतीत में कठिन समय देखा है। वे नहीं रहे और न ही यह (स्थिति) रहेगी, लेकिन केवल तभी जब हम इसे शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीकों से मिलकर लड़ेंगे। मुफ्ती ने कहा कि लोग पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) से कुछ समय से नाराज हो सकते हैं, लेकिन उन्हें एहसास है कि पार्टी ने उन्हें टास्क फोर्स, विद्रोही इखवान समूह और पोटा से बचाया है।

7 मई को होने हैं मतदान

उन्होंने कहा कि यह (जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और महबूबा मुफ्ती के पिता) मुफ्ती मोहम्मद सईद के कार्यकाल के दौरान था, जब विकास का एक नया युग शुरू हुआ था, भारत और पाकिस्तान के बीच एक संवाद प्रक्रिया शुरू हुई थी और प्रमुख मुद्दों पर कुछ हलचल होती दिख रही थी। पीडीपी अध्यक्ष अनंतनाग-राजौरी निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं, जहां 7 मई को मतदान होना हैं।

ये भी पढ़ें: Jammu Kashmir News: बांडीपोरा की सबकत अबू धाबी में करेगी भारत का झंडा बुलंद, इस इंटरनेशनल चैंपियनशिप में लेंगी हिस्सा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.